पल्लव
- अप्रैल- 2020 -12 अप्रैलइतिहास
वेंगी के चालुक्य वंश के शासक विजयादित्य तृतीय
विजयादित्य द्वितीय के बाद उसका पुत्र विष्णुवर्धन पंचम शासक बना, जिसने 18 से 20 माह तक शासन किया। उसके कई…
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पल्लव राजवंश की उत्पत्ति एवं मूल निवास स्थल
पल्लवों के पहले कांची पर नागवंशी शासकों का अधिकार था। नागों को परास्त कर उन्होंने कांची के ऊपर अपना आधिपत्य…
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बादामी का चालुक्य शासक कीर्त्तिवर्मन् द्वितीय (745-757ईस्वी)
बादामी के चालुक्य शासक विक्रमादित्य का पुत्र और उत्तराधिकारी कीर्त्तिवर्मन द्वितीय हुआ। अपने पिता के समय में ही वह पल्लवों…
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विक्रमादित्य द्वितीय और पल्लव-चालुक्य संघर्ष
विक्रमादित्य(733-747ई.) चालुक्य शासक विजयादित्य का पुत्र था। विक्रमादित्य द्वितीय के शासन के प्रथम वर्ष में अरबों के दक्षिण पर आक्रमण…
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चालुक्य वंश का शासक विनयादित्य (681-696 ईस्वी)
बादामी के चालुक्य शासक विक्रमादित्य के बाद उसका पुत्र विनयादित्य शासक बना। उसने महाराजाधिराज, परमेश्वर, भट्टारक, राजाश्रय तथा युद्धमल्ल जैसी…
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चालुक्य शासक विजयादित्य (696-733ई.)
बादामी के चालुक्य शासक विनयादित्य का पुत्र विजयादित्य अपने पिता की मृत्यु के बाद राजा बना। वह अपने पिता के…
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विक्रमादित्य के समय में पल्लव – चालुक्य संघर्ष का विवरण
राजधानी में अपनी स्थिति सुदृढ कर लेने के बाद विक्रमादित्य ने पल्लव राज्य पर आक्रमण किया। इस संघर्ष का विवरण…
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चालुक्य वंश का शासक विक्रमादित्य प्रथम (655-681 ईस्वी)
पुलकेशिन द्वितीय(Pulakeshin II) की पराजय तथा मृत्यु के फलस्वरूप चालुक्य राज्य में पुनः अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो गयी। स्वतंत्र…
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पुलकेशिन द्वितीय एवं पल्लवों के बीच संघर्ष
आंध्र के दक्षिण में पल्लवों का शक्तिशाली राज्य था। पल्लव वंश का शासन इस समय महनेद्रवर्मन प्रथम (600-630 ई.) के…
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पुलकेशिन द्वितीय की उपलब्धियाँ तथा विजय
पुलकेशिन द्वितीय की उपलब्धियों का विवरण हमें ऐहोल लेख से प्राप्त होता है। ऐहोल लेख एक प्रशस्ति के रूप में…
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