पल्लव
- जून- 2020 -24 जूनइतिहास
वैष्णव (भागवत) धर्म की उत्पत्ति तथा विकास
वैष्णव धर्म का विकास भागवत धर्म से हुआ। परंपरा के अनुसार इसके प्रवर्त्तक वृष्णि (सात्वत) वंशी कृष्ण थे, जिन्हें वसुदेव…
Read More » - 18 जूनइतिहास
दंडी नामक संस्कृत के महान नाटककार
बाण के बाद दंडी संस्कृत गद्य साहित्य के प्रसिद्ध लेखक माने जाते हैं। वे कांची के पल्लव नरेश नरसिंह वर्मा…
Read More » - मई- 2020 -31 मईइतिहास
प्राचीन काल में दक्षिण भारत की अर्थव्यवस्था
प्राचीन काल से भी पहले अर्थात् अति प्राचीन काल से ही भारत के आर्थिक जीवन का आधार वार्ता को स्वीकार…
Read More » - 31 मईइतिहास
दक्षिण भारत में व्यापार तथा वाणिज्य
कृषि तथा शिल्प उद्योगों के साथ-साथ दक्षिण भारत में व्यापार-वाणिज्य की भी प्रगति हुई। इस काल की व्यापारिक गतिविधियों के…
Read More » - 30 मईइतिहास
दक्षिण भारत में कृषि कार्य
संगम काल के बाद में दक्षिण में कृषि का खूब विकास हुआ। इस समय जंगलों की कटाई कर अधिकाधिक भूमि…
Read More » - 29 मईइतिहास
दक्षिण भारत का समाज कैसा था
संगमकालीन समाज के विषय में बात करते हैं, तो हम पाते हैं, कि इस समय तक दक्षिण भारत का आर्यकरण…
Read More » - 29 मईइतिहास
पाण्ड्यों द्वारा बनवाये गये मंदिर
पल्लव तथा चोल शासकों द्वारा बनवाये गये मंदिरों में द्रविङ वास्तु का चरम विकास देखने को मिलता है। चोलों को…
Read More » - 28 मईइतिहास
पाण्ड्य राज्य के बारे में जानकारी
तमिल प्रदेश का तीसरा राज्य पाण्ड्यों का था, जिसमें प्रारंभ में तिनेवेली, रानाड तथा मदुरा का क्षेत्र सम्मिलित था। पाण्ड्यों…
Read More » - 23 मईइतिहास
चोल राजवंश का इतिहास
चोल राजवंश का प्रारंभिक इतिहास अंधकारपूर्ण है।संगम युग (100-250ई.) में चोल वंशी नरेश दक्षिण में शक्तिशाली थे। इस काल के…
Read More » - 16 मईइतिहास
चोल शासक आदित्य प्रथम
आदित्य प्रथम विजयालिय का पुत्र तथा उत्तराधिकारी था। प्रारंभ में आदित्य प्रथम पल्लव नरेश अपराजित का सामंत था तथा उसने…
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