बंगाल
- जनवरी- 2020 -5 जनवरीइतिहास
विक्रम संवत् कब प्रारंभ हुआ था
विक्रम संवत् के प्रवर्त्तक के विषय में गहरा मतभेद है। जैनग्रन्थ इसे मालवा के शासक विक्रमादित्य से सम्बन्धित करते हैं…
Read More » - दिसम्बर- 2019 -27 दिसम्बरइतिहास
कलचुरि शासक कर्ण अथवा लक्ष्मीकर्ण (1041-1070)का इतिहास
कलचुरि शासक गांगेयदेव के बाद उसका पुत्र कर्णदेव अथवा लक्ष्मीकर्ण शासक बना। वह अपने वंश का सर्वाधिक शक्तिशाली राजा था।…
Read More » - 26 दिसम्बरइतिहास
त्रिपुरी डाहल के कलचुरि वंश के शासक लक्ष्मणराज का इतिहास
बिल्हारी लेख के अनुसार युवराज ने कोशलराज को जीतते हुये आगे बढकर उङीसा के राजा से रत्न और स्वर्ण से…
Read More » - 19 दिसम्बरइतिहास
चंदेल शासक यशोवर्मन् का इतिहास
गोविंद चतुर्थ के समय में आंतरिक कलह के कारण राष्ट्रकूटों की स्थिति भी खराब हो गयी थी तथा वे उत्तर…
Read More » - 15 दिसम्बरइतिहास
परमार भोज के उत्तराधिकारी तथा परमार सत्ता का अंत
नरवर्मा का उत्तराधिकारी उसका पुत्र यशोवर्मा (1133-1142 ईस्वी) हुआ। उसके समय चालुक्यों के आक्रमण के कारण मालवा की स्थिति काफी…
Read More » - नवम्बर- 2019 -20 नवम्बरइतिहास
गुर्जर-प्रतिहार शासक महेन्द्रपाल प्रथम
महेन्द्रपाल प्रथम की सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि मगध तथा उत्तरी बंगाल की विजय थी। महेन्द्रपाल प्रथम विद्वानों का उदार संरक्षक था।
Read More » - 19 नवम्बरइतिहास
गुर्जर-प्रतिहार शासक मिहिरभोज प्रथम
उसने अपने वंश का वर्चस्व बुंदेलखंड में पुनः स्थापित किया तथा जोधपुर के प्रतिहारों (परिहार) का दमन किया।
Read More » - 10 नवम्बरइतिहास
सेन शासकों का इतिहास
पालों के बाद सेन परिवार ने बंगाल पर शासन किया। उसका संस्थापक सामंतसेन था, जिसे ब्रह्मक्षत्रिय कहा जाता था। ब्रह्मक्षत्रिय…
Read More » - 7 नवम्बरइतिहास
पाल वंश के शासकों का इतिहास
ऐसी अराजकतापूर्ण स्थिति में बंगाल के मुख्य लोगों ने गोपाल को समूचे राज्य का शासक चुना। गोपाल ने एक वंश…
Read More » - 6 नवम्बरइतिहास
मौर्य राजवंश का इतिहास
चन्द्रगुप्त मौर्य ने 322 ईसा पूर्व में इस साम्राज्य की स्थापना की और तेजी से पश्चिम की तरफ अपना साम्राज्य…
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