भुक्ति
- मार्च- 2021 -19 मार्चइतिहास
चंद्रगुप्त द्वितीय(विक्रमादित्य) की उपलब्धियां की स्लाइड
समुद्रगुप्त के प्रयाग अभिलेख से पता चलता है,कि उसने चंद्रवर्मा को हराकर बंगाल का पश्चिमी भाग, जहाँ बाँकुङा जिला स्थित…
Read More » - 14 मार्चइतिहास
गुप्तों का प्रांतीय शासन कैसा था
प्रशासन की सुविधा के लिये विशाल गुप्त साम्राज्य अनेक प्रांतों में विभाजित किया गया था। प्रांत को देश, अवनी अथवा…
Read More » - मार्च- 2020 -9 मार्चइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल पुण्ड्रवर्धन
गुप्त शासक कुमारगुप्त प्रथम(415-455 ई.) के समय में उत्तरी बंगाल में ‘पुण्ड्रवर्धन’गुप्तों का एक प्रदेश था। आधुनिक बाँगला देश के…
Read More » - फरवरी- 2020 -23 फ़रवरीइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल दशपुर(मन्दसोर)
मध्य प्रदेश का वर्तमान मन्दसोर जनपद ही प्राचीन दशपुर था। यह पश्चिमी मालवा का प्रमुख नगर था। यह गुप्त काल…
Read More » - 6 फ़रवरीइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल कोटिवर्ष
गुप्तों के समय में उत्तरी बंगाल में पुण्ड्रवर्धन नामक एक प्रान्त (भुक्ति) था। इसकी स्थिति आधुनिक बंगला देश के दीजापुर,…
Read More » - सितम्बर- 2019 -2 सितम्बरगुप्त काल
गुप्तों का प्रांतीय शासन कैसा था
भुक्ति के शासक को उपरिक कहा जाता था, जिसकी नियुक्ति सम्राट द्वारा की जाती थी, तथा वह सम्राट के प्रति…
Read More » - अगस्त- 2019 -28 अगस्तप्राचीन भारत
कुमारगुप्त प्रथम की उपलब्धियाँ
कुमारगुप्त प्रथम का शासन शांति और सुव्यवस्था का काल था। उसके समय में गुप्त साम्राज्य अपने उत्कर्ष की पराकाष्ठा पर…
Read More » - 24 अगस्तप्राचीन भारत
चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) की उपलब्धियां
मेहरौली के लेख में चंद्रगुप्त के नाम का केवल चंद्र ही प्रयुक्त किया गया है। चंद्रगुप्त की कुछ मुद्राओं पर…
Read More » - 22 अगस्तप्राचीन भारत
समुद्रगुप्त का साम्राज्य तथा शासन-व्यवस्था
प्रयाग प्रशस्ति के शब्दों में उसने अपने बाहुबल के प्रसार द्वारा भूमंडल को बांध लिया। पाटलिपुत्र इस विशाल साम्राज्य की…
Read More »