राजतरंगिणी
- अगस्त- 2021 -27 अगस्तइतिहास
शाही वंश का इतिहास क्या था
शाही वंश - काबूल घाटी तथा गांधार प्रदेश में काफी अर्से से एक तुर्की शाही वंश का शासन स्थापित था।…
Read More » - 22 अगस्तइतिहास
कन्नौज के गुर्जर-प्रतिहारों का इतिहास
कन्नौज के गुर्जर-प्रतिहार - हरिश्चंद्र और उनके उत्तराधिकारी तथा इस वंश के अन्य शासकों ने जोधपुर, नंदीपुर, भङौच, उज्जयिनी आदि…
Read More » - अप्रैल- 2021 -7 अप्रैलइतिहास
हर्ष की मृत्यु के बाद कन्नौज की स्थिति कैसी थी की स्लाइड
हर्षवर्धन की मृत्यु के बाद उत्तर भारत में राजनीतिक विकेन्द्रीकरण एवं विभाजन की शक्तियाँ एक बार पुनः सक्रिय हो गयी।…
Read More » - मार्च- 2021 -4 मार्चइतिहास
कुषाण शासक कनिष्क का शासन एवं साम्राज्य विस्तार की स्लाइड
कनिष्क ने अपने लिये एक विशाल साम्राज्य का निर्माण किया। उसके विभिन्न लेखों तथा सिक्कों के आधार पर हम उसकी…
Read More » - फरवरी- 2021 -22 फ़रवरीइतिहास
मौर्य शासक अशोक और उसका बौद्ध धर्म की स्लाइड
अशोक अपने शासन काल के प्रारंभिक वर्षों में ब्राह्मण धर्म का अनुयायी था। राजतरंगिणी के आधार पर यह कहा जा…
Read More » - जनवरी- 2021 -27 जनवरीइतिहास
अशोक का साम्राज्य विस्तार एवं धार्मिक नीति
अशोक के अभिलेखों के आधार पर हम निश्चित रूप से उसकी साम्राज्य सीमा का निर्धारण कर सकते हैं। उत्तर पश्चिम…
Read More » - जुलाई- 2020 -17 जुलाईइतिहास
प्राचीन काल में प्रौद्योगिकी का प्रारंभ
प्राचीन भारतीयों ने विज्ञान के साथ-साथ प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण प्रगति की। इसका प्रारंभ हमें प्रागैतिहासिक काल से ही…
Read More » - जून- 2020 -20 जूनइतिहास
कल्हण की रचनायें
कश्मीरी कवि कल्हण तथा उनके ग्रंथ राजतरंगिणी का ऐतिहासिक दृष्टि से सर्वाधिक महत्त्व है। इस ग्रंथ की रचना कश्मीर नरेश…
Read More » - नवम्बर- 2019 -16 नवम्बरइतिहास
राजपूतों के प्रमुख राजवंश – गुर्जर-प्रतिहार वंश के इतिहास के साधन, उत्पत्ति
इस वंश की प्राचीनता 5वी.शता. तक जाती है। पुलकेशिन द्वितीय के ऐहोल लेख में गुर्जर जाति का उल्लेख सर्वप्रथम हुआ…
Read More » - 15 नवम्बरइतिहास
राजपूत राजवंश : राजपूतों की उत्पत्ति संबंधि विविध मत
राजपूत बङे ही वीर तथा स्वाभिमानी होते थे और साहस, त्याग, देश-भक्ति आदे के गुण उनमें कूट-कूटकर भरे हुये थे।…
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