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दमा होने पर हल्दी का उपयोग कैसे करें? | Dama hone par haldee ka upayog kaise karen | How to use turmeric in asthma?
दमा होने पर हल्दी का उपयोग –

- हल्दी को बालू में सेंक कर पीस लें, एक-एक चम्मच दो बार गर्म पानी से लेने से दमा में लाभ होता है। हल्दी विशेष रूप से एलर्जी-जन्य दमा में बहुत लाभदायक होती है।

- अमा हल्दी सेंक कर पीस लें। 1-1 ग्राम चूर्ण दिन में तीन बार शहद के साथ चाटने से बलगम बाहर आता है। दमा व खाँसी में लाभ पहुँचता है।
- दो गाँठें हल्दी की गर्म राख में भून लें। बांसा (अडूसा) के एक किलो सूखे पत्ते, दस ग्राम काली मिर्च, व पचास ग्राम सेंधा नमक, थोङा सा बबूल का गोंद मिलाकर पीस लें और मटर के बराबर गोलियाँ बना लें। दिन में 4-5 गोलियाँ चूस लें, साँस के सारे रोग दूर हो जाएँगे। ठंडी चीजें, जैसे – मूली, चावल, बर्फ का पानी आदि का परहेज करें।
- हल्दी, काली मिर्च, रोटी पीपल, रास्ना और कचूर 5-5 ग्राम, 10 मुनक्का बीज निकालकर, गुङ पच्चीस ग्राम के साथ सबको पीस कर मटर के बराबर गोलियाँ बना लें। इसे लेने के आधे घंटे तक पानी न पीएँ। चावल, मूली, नींबू, दही का परहेज रखें। दमा की खाँसी व सूखी खाँसी में अत्यन्त लाभकारी है।
- हल्दी चूर्ण 60 ग्राम को चार चम्मच देशी घी में सेक कर शीशी में भर लें। आधा चम्मच नित्य दिन में तीन बार गर्म दूध के साथ लें। श्वांस खाँसी में आराम मिलेगा व दमा का नया दौरा नहीं पङेगा।
- हल्दी व फिटकरी 20-20 ग्राम दोनों को अलग-अलग पीसकर मिला लें। तीन चुटकी चूर्ण गर्म पानी के साथ लेने से दमा, कांस, मुँह में खून गिरना मिट जाता है।
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