जयानक कौन था?

जयानक पृथ्वीराज चौहान के राजकवि थे। ये पृथ्वीराज विजय महाकाव्य के रचयिता थे। जयानक कश्मीरी पंडित थे। जयानक द्वारा रचित पृथ्वीराज विजय से हमें चौहान शासकों के अंतर्गत अजमेर के साम्राज्य विस्तार के साथ-साथ पृथ्वीराज चौहान की विजयों की जानकारी मिलती है।
पृथ्वीराज विजय एक प्राचीन संस्कृत ग्रंथ है। वर्ष 1191-93 ई. के बीच इस ग्रंथ की रचना की गई। इस ग्रंथ के माध्यम से पृथ्वीराज तृतीय के विषय में जानकारी मिलती है।
- ‘पृथ्वीराज विजय’ में अलंकारों व उपमाओं की भरमार है। इसमें चौहान राजाओं के वंशक्रम का वर्णन किया गया है। यह उस समय की धार्मिक एवं सामाजिक स्थिति का बोध कराता है।
- सम्राट पृथ्वीराज चौहान के समकालीन कवि जयानक ने ‘पृथ्वीराज विजय’ नामक संस्कृत ग्रंथ में अजमेर नगर के सौंदर्य और वैभव का सुंदर वर्णन किया है।
- यह ग्रंथ पृथ्वीराज की मुहम्मद गोरी से हुई युद्ध विजय के बाद लिखा गया था।
अन्य महत्त्वपूर्ण आर्टिकल
Suman Changed status to publish जुलाई 21, 2022