मध्मप्रतीपदा बौद्ध धर्म का मूल सिद्धांत है,जो दो अतिवादी विचारों के बीच का मार्ग है। बौद्ध धर्म अतिवादी धर्म नहीं है। उदारहण–जीवन में अत्यधिक दुः ख भी नहीं तो अत्यधिक सुख भी नहीं होना चाहिए।
शून्यवाद-(माध्यमिक शून्यवाद)
महायान बौद्ध धर्म से संबंधित सिंद्धांत । यह सिद्धांत नागार्जुन ने दिया था।
प्रत्येक घटना एवं कार्य – कारण पर निर्भर होने के कारण शून्य हैं। अर्थात् उनका संबंध स्वतंत्र अस्तित्व नहीं है।
योगाचार विज्ञानवाद-
मौत्रेयनाथ ने इसकी स्थापना की थी। असंग इसके विस्तारक थे। यह सिद्धांत महायान बौद्ध धर्म से संबंधित था।