भूमरा का शिव मंदिर
मध्य प्रदेश के सतना जिले में भूमरा नामक स्थान से पाषाण निर्मित एक गर्भगृह प्राप्त हुआ। इसके प्रवेश द्वार पर गंगा-यमुना की आकृतियाँ बनी हुई हैं। इसके द्वार की चौखट भी अलंगरणों से सजायी गयी हैं। मंदिर की छत चपटी है। गर्भगृह के भीतर एकमुखी शिव-लिंग स्थापित किया गया है। उसके सामने स्तंभयुक्त मंडप तथा चारों ओर प्रदक्षिणा-पथ मिलता है।

शिव मंदिर की विशेषताएं निम्नलिखित हैं-
- इस मन्दिर का अब केवल गर्भगृह विद्यमान है।
- इस गर्भगृह के चारों ओर का चबूतरा प्रदशिक्षा-पथ का अवशेष है।
- गुप्तकालीन मन्दिरों के प्राय: सभी लक्षण इसमें हैं।
- द्वार स्तम्भ के दायें-बायें गंगा और यमुना की मूर्तियाँ अंकित हैं।
- मन्दिर में एकमुखी शिवलिंग की मूर्ति स्थापित है।
- इसके गर्भगृह का प्रवेश द्वार और मण्डप प्रारम्भिक गुप्त मन्दिरों की अपेक्षा अधिक अलंकृत हैं।
शिव मंदिर के अलावा भूमरा से विष्णु मंदिर भी प्राप्त हुआ है।1998 ई. में के.डी.वाजपेयी ने एक विष्णु मंदिर तथा मूर्ति की खोज की थी। यहाँ गर्भगृह का अलंकृत द्वार मिला है। द्वार-स्तंभों तथा सिर दल पर पूर्णघट, पत्रावली, नगरप्रमुख, व्याघ्रमुख आदि अलंकरण मिलते हैं। वाराह-अवतार, नवग्रह आदि भी द्वार पर अंकित हैं। विष्णु की प्रतिमा मंदिर के पास से ही मिली है। इसके अलावा सतना में खोह, उँचेहरा, नागौद तथा जबलपुर में मढी नामक स्थानों से भी गुप्त-कालीन मंदिरों के अवशेष प्राप्त होते हैं।
Reference : https://www.indiaolddays.com