कोमिंतांग की स्थापना
कोमिंतांग की स्थापना (Establishment of Komintang)
1911 ई. की क्रांति से पूर्व चीन में राजनीतिक संगठनों की गतिविधियों पर प्रतिबंध था। इसलिए डॉ. सेन के संगठन थुंग-मेंग-हुई की गतिविधियां गुप्त रूप से चलती थी। अब इस दल ने अपना कार्य स्वतंत्र रूप से करना आरंभ कर दिया। किन्तु युआन-शीह-कार्य ने जल्दी ही निरंकुश आचरण आरंभ कर दिया। डॉ. सेन ने अगस्त 1912 ई. में थुंग-मेंग-हुई तथा अन्य दलों को मिला कर कोमिन्तांग की स्थापना की। 1913 ई. में युआन-शीह-काई अधिनायक बन गया। उसने कोमिंतांग पर प्रतिबंध लगा दिया। कोमिंतांग के विरुद्ध दमन चक्र चालाया गया।
1915 ई. में युआन ने स्वयं को सम्राट घोषित कर दिया। 1916 ई. में युआन की मृत्यु हो गयी। उसके मरते ही चीन में अराजकता उत्पन्न हो गयी। इसका लाभ उठाकर डॉ.सेन ने कैण्टन में गणतंत्रीय सरकार की स्थापना कर ली। पीकिंग में तुआन-शी-जुई की सरकार स्थापित हो गयी। इस प्रकार चीन में दो सरकारों का शासन अलग-अलग क्षेत्रों में चलने लगा।
