मध्यकालीन भारतइतिहासगुलाम वंशदिल्ली सल्तनत
गुलाम वंश का प्रथम शासक कौन था

अन्य संबंधित लेख-
- अमीर खुसरो किसके समकालीन थे
- मुहम्मद बिन कासिम : भारत पर आक्रमण करने वाला पहला विदेशी
- मुहम्मद गौरी का इतिहास (1173-1206 ई.)
- तुर्कों की विजय तथा राजपूतों की पराजय
गुलाम वंश ( 1206-1290 ई. ) – मध्यकालीन भारत का एक राजवंश था। इस वंश का पहला शासक कुतुबुद्दीन ऐबक था जिसे मुहम्मद गौरी पृथ्वीराज चौहान को हराने के बाद नियुक्त किया था। इस वंश ने दिल्ली सल्तनत पर 84 वर्षों तक दिल्ली सल्तनत पर राज किया था।
इस वंश के संस्थापक गुलाम थे, ये राजा नहीं थे। इसलिये इसे राजवंश की बजाय सिर्फ वंश ही कहा जाता है।
गुलाम वंश का प्रथम शासक ( संस्थापक ) कुतुबुद्दीन ऐबक तथा गुलाम वंश का अंतिम शासक क्यूमर्श था।
गुलाम वंश को इतिहासकारों ने अलग-2 नामों से पुकारा है। इसका विवरण निम्नलिखित है।
- गुलाम वंश – प्रारंभिक इतिहासकारों ने इसे गुलाम वंश कहा,क्योंकि इस वंश के कुछ शासक गुलाम रह चुके थे।लेकिन यह नाम सर्वाधिक उपयुक्त नहीं है।
- मामलुक वंश – यह नाम भी उपयुक्त नहीं है, क्योंकि मामलुक का अर्थ – ऐसे गुलाम (दास)से है जिनके माता-पिता स्वतंत्र हों या ऐसे दास जिन्हें सैनिक कार्यों में लगाया जाता था।
- इल्बरी वंश – यह नाम सर्वाधिक उपयुक्त नाम है, क्योंकि कुतुबुद्दीन ऐबक को छोङकर इस वंश के सभी शासक इल्बरी जाति के तुर्क थे।
गुलाम वंश के शासक-
- कुतुबुद्दीन ऐबक
- आरामशाह – कुतुबुद्दीन ऐबक का उत्तराधिकारी उसका अनुभवहीन व अयोग्य पुत्र आरामशाह था, किन्तु इल्तुतमिश ने इसे अपदस्थ करके सिंहासन पर अधिकार कर लिया।
- इल्तुतमिश
- रुक्नुद्दीन फिरोजशाह (1236 ई. ) – इल्तुतमिश के बाद उसका पुत्र रुक्नुद्दीन फिरोजशाह गद्दी पर बैठा । उसकी माता शाह तुर्कान दासी ती। मुस्लिम सरदारों ने शाह तुर्कान और रुक्नुद्दीन फिरोज की हत्या कर दी।
- रजिया सुल्तान
- बहरामशाह
- मसूदशाह
- नासिरुद्दीन महमूद
- बलबन
- कैकुबाद तथा क्यूमर्श
इसी समय चंगेज खाँ के नेतृत्व में भारत के उत्तर पश्चिमी क्षेत्र पर मंगोलों का आक्रमण भी हुआ।
Reference : https://www.indiaolddays.com/