माधवराव नारायण (Madhavrao Narayan) – 1774 ई. में पेशवा नारायण राव की हत्या के बाद उसके पुत्र माधवराय नारायण को पेशवा बनाया गया। नाना फङनवीस के अंतर्गत एक काउंसिल ऑफ रीजेन्सी का गठन किया गया। वास्तविक प्रशासन अब इसी परिषद के हाथों में निहित था। माधव राव नारायण के शासनकाल में प्रथम आंग्ल-मराठा युद्ध हुआ। प्रथम मराठा युद्ध (1775-1782 ई.) का अन्त साल्बाई की सन्धि (1782 ई.) से हुआ।

माधवराव नारायण को ‘माधवराव द्वितीय’ के नाम से भी जाना जाता है। पेशवा बनाये जाते समय माधवराव की आयु अल्प थी, इसलिए शासन कार्य चलाने के लिए एक समिति नियुक्त कर दी गई और नाना फड़नवीस इस समिति का प्रधान नियुक्त हुआ।
