प्रमुख समुद्री मार्ग
प्रमुख समुद्री मार्ग (Major Sea Routes)
भौगोलिक तथा समुद्री मार्गों की जानकारी व खोजों में पुर्तगाल सबसे आगे था, क्योंकि पुर्तगाल के राजा स्वयं इन खोजों में रुचि रखते थे और साहसिक समुद्री यात्रियों के उदार संरक्षक थे।
प्रमुख व महत्त्वपूर्ण सामुद्रिक मार्गों की खोजें निम्नलिखित थी-
1415 ई. में अफ्रीका के तटीय प्रदेश सीटा पर सर्वप्रथम पुर्तगाल ने अपना अधिकार स्थापित किया।
पुर्तगाल के राजकुमार के प्रयासों में अजोर्स व मदीरा के द्वीप-समूहों की खोज की गयी।
1486 ई. में बार्थोलोम्यूडाइज ने दक्षिण अफ्रीका के छोर तक पहुँच उत्तमाशा अंतरीप को खोज निकाला।
1498 ई. में पुर्तगाली नाविक वास्कोडिगामा उत्तमाशा अंतरीप से होता हुआ भारत के समुद्र तट पर स्थित कालीकट बंदरगाह तक पहुँचा। वास्कोडिगामा पहला व्यक्ति था, जिसने सर्वप्रथम भारत के जल-मार्ग की खोज की।
पुर्तगाल के बाद स्पेन भी अपने राजाओं के उदार संरक्षण के कारण समुद्री मार्गों की खोज की ओर अग्रसर हुआ और उसके नाविकों ने भारत पहुँचने के एक और नवीन मार्ग को खोज निकाला। स्पेन की सहायता से ही क्रिस्टोफर कोलंबस नामक एक साहसी इटलीवासी ने 3 जहाजों और 88 नाविकों को लेकर भारत का जल मार्ग खोजने के लिए प्रस्थान किया। अनेक कठिनाइयों का सामना करते हुए लगभग 2 महीने के बाद वह बहामा-द्वीप समूह में पहुँच गया। कोलंबस ने यह समझा कि वह भारत के निकट पहुँच गया है, इसलिए उसने वहाँ के निवासियों को रेड इन्डियन की संज्ञा दी, किन्तु वह अमेरिका के तट पर पहुंच गया था। इस प्रकार 1492 ई. में कोलंबस ने अमेरिका महाद्वीप की खोज की।
कोलंबस की प्रेरणा से अनेक नाविक अमेरिका की खोज में लग गए। इटली के निवासी अमेरिगो ने नई दुनिया की यात्रा की और दक्षिणी अमेरिकी का पता लगाया। उसी के नाम पर इस स्थान का नाम अमेरिका रखा गया।
पुर्तगाल निवासी मेगेलन जो स्पेन में नौकरी करता था, ने 1519 ई. में समुद्री यात्रा की और वह प्रशांत महासागर को पार करता हुआ फिलिपाइन्स द्वीप पहुँचा। इसी द्वीप-समूह के आदिवासियों से उसका झगङा हो गया जिसमें वह मारा गया। उसके साथियों ने उत्तमाशा अन्तरीप होकर पृथ्वी का सर्वप्रथम चक्कर लगाया।
इंग्लैण्ड निवासी ड्रेक ने 1578-80 ई. में पृथ्वी की परिक्रमा की।
1497 ई. में जॉन कैबेट नामक इटालियन नाविक ने लेब्रेडोर तथा न्यू फाउण्डलैंड का पता लगाया और पूर्वी-उत्तरी अमेरिका तक की यात्रा की।
1500 ई. में पुर्तगाली नाविक केबरल ने ब्राजील की खोज की।
1534 ई. में फ्रांसीसी नाविक और जैक कर्टियर ने कनाडा का पता लगाया।
पेरू ने मेक्सिको, फ्लोरिडा तथा कुछ अमेरिकी देशों की खोज की।
इस प्रकार धीरे-धीरे पुर्तगाल और स्पेन के साथ-साथ फ्रांस, इंग्लैण्ड और इटली भी उपनिवेशों की खोज की दौङ में भाग लेने लगे। हेनरी चतुर्थ के काल में फ्रांस ने कनाडा तथा लुसियाना में अपने उपनिवेश भी स्थापित किये।
