इतिहासमध्यकालीन भारतविदेशी यात्री

अब्दुर्रज्जाक कौन था | Abdurrajjaak kaun tha | who was abdurrazzaq

अब्दुर्रज्जाक (1443-44ई.)- अब्दुर्रज्जाक का पूरा नाम कमालुद्दीन अब्दुर्रज्जाक अबू अल ग़्नीम इब्न जमालुउद्दीन अल काशानी था। यह ईरान (फारस) का निवासी था। वह कालीकट के जमोरिन के यहाँ खुरासान के शासक शाहरुख का दूत बन कर आया था। अप्रैल, 1443 ई. में उसने देवराय द्वितीय के शासन काल में विजयनगर की यात्रा की थी। उसने विजयनगर शहर को संपूर्ण विश्व में अद्भुत बताया है। उसके अनुसार – विजयनगर का शहर ऐसा है कि जैसा न कभी आँखों ने देखा और न ही इसके समान समस्त पृथ्वी पर कोई स्थान सुनने में आया। यह इस प्रकार बना हुआ है कि इसमें एक भीतर एक सात परकोटे हैं। अब्दुर्र रज्जाक के वर्णन से विजयनगर की तत्कालीन स्थालाकृति, प्रशासन तथा सामाजिक जीवन के बारे में विस्तृत सूचना मिलती है वह भारतीय चित्रकला से बहुत अधिक प्रभावित था तथा अपने साथ वापस ले जाने के लिये बहुत सी चित्रकारियाँ खरीदी थी। विजयनगर के राजकोष के संदर्भ में उसने लिखा है कि – ………………………..राजा के कोष गृह में जिनमें गड्डे खुदे हुए हैं, उनमें पिघला हुआ सोना भर दिया गया है, जिसकी ठोस शिलायें बन गयी हैं। ………………….. उसने विजयनगर साम्राज्य में 300 बंदरगाहों का उल्लेख किया है। उसके अनुसार सभी कालीकट की तरह विस्तृत थे।

References :
1. पुस्तक - मध्यकालीन भारत, लेखक- एस.के.पाण्डे 

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