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खांसी में हल्दी का उपयोग कैसे करें? | Khaansee mein haldee ka upayog kaise karen | How to use turmeric in cough

खांसी में हल्दी का उपयोग –

खांसी में हल्दी का उपयोग

एक कटोरी पानी में एक चम्मच हल्दी व थोङा सा नमक मिलाकर गर्म तवे पर छौंक दें, उबाली आने पर कटोकी में वापस निकाल लें। निवाया गर्म दो-दो चम्मच पिलाते रहने से बच्चों व बङों की खांसी में बहुत लाभ होता है। यदि खांसी सूखी है तो इसमें थोङा सा खाने का सोडा डाल दें। यह बलगम को ढीला करके बाहर निकाल देगी।

खांसी में हल्दी का उपयोग

हल्दी पाउडर 2 ग्राम, थोङी सी चीनी को कटोरी में थोङे से पानी में घोल कर गर्म करके खांसी के रोगी को पिला दें। अवश्य उसी समय लाभ प्रतीत होगा या हल्दी व चीनी को मिलाकर फँकी लेकर गर्म पानी पी लें।

हल्दीचूर्ण एक चम्मच, गुङ दो चम्मच और चौथाई चम्मच सज्जीखार मिलाकर गोलियाँ बना लें और दिन में चार-पाँच बार चूसें।

हल्दी व नमक आधा-आधा चम्मच को मिलाकर रात को सोते समय गुनगुने पानी से 2-3 दिन लें। खांसी में राहत मिलेगी।

खाँसी होने पर हल्दी की एक गाँठ मुँह में रखकर धीरे-धीरे चूसने से आराम मिलता है।

हल्दी की गाँठ को भूभल (गर्म राख)में दबाकर भून लें तथा पीसकर ढाई या तीन ग्राम की पुङिया बना लें। सुबह शाम खाना खाने के 10 मिनट बाद एक चम्मच शहद या घी में मिलाकर चाटने से कुछ ही दिनों में गले की खराश व खाँसी ठीक हो जाती है।

हल्दी चूर्ण तथा चम्मच, एक कप गर्म दूध के साथ लेने से खाँसी ठीक हो जाती है।

हल्दी चूर्ण के बराबर शहद मिलकार गोलियाँ बना लें। इन गोलियों को चूसने से सूखी खांसी में बहुत लाभ होता है।

पान में भुनी हुई हल्दी का चूर्ण डालकर दिन में 3-4 बार चबाएँ। पान का रस हल्दी क्षार को जोश दिलाताहै, काली खाँसी दूर हो जाती है।

भुनी हुई हल्दी का चूर्ण एक ग्राम, पान व अदरक का रस तीन-तीन ग्राम, शहद छः ग्राम मिलाकर दिन में तीन बार लें। यह एक मात्रा है, पुरानी खाँसी से छुटकारा मिल जाएगा।

हल्दी चूर्ण 10 ग्राम, तुलसी के पत्तों के टुकङे करके ढाई सौ ग्राम पानी में उबालें, ठंडा होने पर आधा चम्मच शहद मिलाकर सुबह शाम एक-एक कप पीने से सूखी व गीली खाँसी ठीक हो जाएगी।

हल्दी व काली मिर्च एक-एक चुटकी को घी में मिलाकर छाती व गले पर मलें। जमा हुआ बलगम ढीला होकर निकल जाएगा।

बलगम अधिक निकलने पर हल्दी व वासा (अडूसा) के पत्तों की राख समान मात्रा में मिलाकर दो-दो रत्ती की मात्रा में दिन में चार बार शहद मिलाकर चाटते रहने से आराम मिलता है।

हल्दी चूर्ण 100 ग्राम को मंदी आंच पर सेक कर इसमें 100 ग्राम राई पिसी हुई मिलाकर शीशी में बंद करके रख लें। 5 ग्राम चूर्ण सुबह-शाम शहद के साथ लेने से खाँसी में फायदा होता है।

साधारण हल्दी 7 ग्राम तथा आमा हल्दी 2 ग्राम को पानी के साथ पीसकर मटर के बराबर गोलियाँ बनाकर सुबह-शाम पानी के साथ लेने से खाँसी में लाभ होता है।

हल्दी को बालू रेत में सेक कर पीस लें, सुहागे फूला पीस लें। हल्दी चूर्ण 2 ग्राम व सुहागा 1 रत्ती को शहद में मिलाकर लेने से सभी प्रकार की खाँसी दूर हो जाती है। इसके अलावा बढे हुए टाँसिल में भी उपयोगी है।

पिसी हल्दी 50 ग्राम, कच्ची खाँड 50 ग्राम, फिटकरी 10 ग्राम। हल्दी व फिटकरी को तवे पर भून कर तीनों को मिलाकर पीस लें। आधा-आधा चम्मच दिन में तीन बार गर्म पानी से लें। 2-3 दिन में खाँसी बंद हो जाएगी। तेल खटाई न खायें।

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