इतिहासराजस्थान का इतिहास

धार्मिक आंदोलन के प्रारंभिक संत – धन्ना

धन्ना

धन्ना – लोक-देवताओं के सद्कार्यों से लोगों में नयी चेतना उत्पन्न हुई और नीची जाति के लोगों को ऊपर उठाने के प्रयासों के कारण उनका इस्लाम के प्रति आकर्षण कम हो गया। इन लोक-देवताओं ने लोगों को सद्मार्ग पर चलने के लिये प्रेरित कर धर्म सुधार आंदोलन की पृष्ठभूमि को तैयार कर दी।

इस पृष्ठभूमि से 15 वीं शताब्दी से आरंभ होने वाले धर्म सुधार की पृष्ठभूमि को तैयार कर दी। राजस्थान में इस धार्मिक आंदोलन का श्रीगणेश धन्ना और पीपा ने किया था, जो रामानंद और कबीर से प्रेरणा ले रहे थे।

धन्ना

धन्ना प्रथम संत थे, जिन्होंने राजस्थान के धार्मिक जीवन को एक नया मोङ प्रदान किया। राजस्थान के टोंक जिले में एक जाट परिवार में 1415 ई. में उनका जन्म हुआ था। बाल्यकाल से ही ईश्वर भक्ति में लीन रहते थे, अतः काशी जाकर संत रामानंद के शिष्य हो गये।

रामानंद की प्रेरणा से उन्होंने निर्गुण भक्ति ग्रहण कर ली। काशी से वापस लौटकर उन्होंने गुरु-भक्ति का महत्त्व प्रतिपादित करते हुये पूजा की प्रचलित औपचारिकता तथा ब्राह्य आडंबरों का विरोध किया और एक मात्र ईश्वर भक्ति पर जोर दिया। उन्होंने काम व क्रोध को ईश्वर भक्ति में बाधक बताया।

उन्होंने जातिगत भेदभाव का विरोध करते हुये सभी प्राणियों में ईश्वर का निवास बताकर समानता की भावना पर बल दिया।

References :
1. पुस्तक - राजस्थान का इतिहास, लेखक- शर्मा व्यास

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