इतिहासदक्षिण भारतपल्लव राजवंशप्राचीन भारत
पल्लव वंश के शासक महेन्द्रवर्मन द्वितीय का इतिहास
कांची के पल्लव शासक नरसिंहवर्मन प्रथम की मृत्यु के बाद उसका पुत्र महेन्द्रवर्मन द्वितीय शासक बना। उसने केवल दो वर्षों (668-670ई.) तक राज्य किया। उसका शासन एवं समृद्धि का काल था। कशाकुडी दानपत्र से पता चलता है, कि उसने एक घटिका (विद्वान ब्राह्मणों की संस्था) के लिये दान दिया। उसके समय के किसी भी युद्ध के विषय में कोई भी जानकारी प्राप्त नहीं होती है।
References : 1. पुस्तक- प्राचीन भारत का इतिहास तथा संस्कृति, लेखक- के.सी.श्रीवास्तव
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