कुलोत्तुंग तृतीय
- दिसम्बर- 2021 -24 दिसम्बरइतिहास
मदुरा के पांड्य का इतिहास | Madura ke paandy ka itihaas | History of the Pandyas of Madura
चोल साम्राज्य के विनाश के बाद पांड्य साम्राज्य की स्थापना हुई। इस पांड्य साम्राज्य को द्वितीय या परवर्ती पांड्य साम्राज्य…
Read More » - मई- 2020 -30 मईइतिहास
दक्षिण भारत में कृषि कार्य
संगम काल के बाद में दक्षिण में कृषि का खूब विकास हुआ। इस समय जंगलों की कटाई कर अधिकाधिक भूमि…
Read More » - 28 मईइतिहास
पाण्ड्य राज्य के बारे में जानकारी
तमिल प्रदेश का तीसरा राज्य पाण्ड्यों का था, जिसमें प्रारंभ में तिनेवेली, रानाड तथा मदुरा का क्षेत्र सम्मिलित था। पाण्ड्यों…
Read More » - 24 मईइतिहास
चोलकालीन शासन प्रबंध
चोल संस्कृति का सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण पक्ष उसकी शासन-व्यवस्था है। चोल सम्राटों ने एक विशिष्ट शासन व्यवस्था का निर्माण किया,जिसमें प्रबल…
Read More » - 22 मईइतिहास
चोल शासक कुलोत्तुंग तृतीय
कुलोत्तुंग तृतीय चोल शासक राजाधिराज द्वितीय का उत्तराधिकारी था।
Read More » - 22 मईइतिहास
चोल शासक राजराज तृतीय
कुलोत्तुंग तृतीय का उत्तराधिकारी राजराज तृतीय था, जो एक निर्बल राजा था।
Read More »