खजुराहो
- जनवरी- 2020 -11 जनवरीइतिहास
राजपूतों का धार्मिक जीवन कैसा था
राजपूत काल में हिन्दू (ब्राह्मण) तथा जैन धर्म देश में अत्यधिक लोकप्रिय थे। बौद्ध धर्म का अपेक्षाकृत कम प्रचलन था।…
Read More » - दिसम्बर- 2019 -27 दिसम्बरइतिहास
कलचुरि सत्ता का उत्कर्ष – गांगेयदेव विक्रमादित्य (1019-1041 ईस्वी)
कोक्कल द्वितीय के बाद उसका पुत्र गांगेयदेव विक्रमादित्य कलचुरिवंश का एक प्रतापी राजा हुआ। उसके राज्यारोहण के समय कलचुरि राज्य…
Read More » - 22 दिसम्बरइतिहास
चंदेल शासक परमर्दिदेव (परमल) का इतिहास
चंदेल लेखों में मदनवर्मा के बाद परमर्दि का नाम मिलता है। उसे तत्पादानुध्यात कहा गया है। इससे पता चलता है,…
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चंदेल शासक मदनवर्मा का इतिहास
मऊलेख से पता चलता है, कि मदनवर्मा ने ही चेदि तथा परमार राजाओं को परास्त किया तथा काशी के राजा…
Read More » - 21 दिसम्बरइतिहास
चंदेल शासक कीर्त्तिवर्मन् का इतिहास
बिल्हण भी लिखता है, कि डाहल का राजा कर्ण कालंजरगिरि के स्वामी के लिये काल था। अतः कर्ण को पराजित…
Read More » - 20 दिसम्बरइतिहास
चंदेल शासक विद्याधर का इतिहास
विद्याधर के राजा बनते ही महमूद गजनवी के नेतृत्व में तुर्कों के हिन्दू राजाओं पर आक्रमण तेज हो गये। किन्तु…
Read More » - 19 दिसम्बरइतिहास
चंदेल शासक यशोवर्मन् का इतिहास
गोविंद चतुर्थ के समय में आंतरिक कलह के कारण राष्ट्रकूटों की स्थिति भी खराब हो गयी थी तथा वे उत्तर…
Read More » - 17 दिसम्बरइतिहास
जेजाकभुक्ति (बुंदेलखंड) के चंदेल शासकों के इतिहास के साधन
खजुराहो (छत्रपुर, मध्यप्रदेश) के विक्रम संवत् 1011 अर्थात् 954 ईस्वी तथा विक्रम संवत् 1059 अर्थात् 1002 ईस्वी का लेख।
Read More » - मार्च- 2018 -8 मार्चइतिहास
जैन धर्म से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य
जैन धर्म भारत का सबसे प्राचीन धर्म है। जैन धर्म का अर्थ है- जिन द्वारा प्रवर्तित धर्म। जो जिन के…
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