दंडी
- फरवरी- 2021 -13 फ़रवरीइतिहास
गुणाढ्य की रचनाऐं के बारे में जानकारी
प्राचीन साहित्य के कथाकारों में गुणाढ्य का नाम सर्वप्रथम उल्लेखनीय है। वह सातवाहन नरेश हाल (प्रथम-द्वितीय शती.)का दरबारी कवि था।…
Read More » - जून- 2020 -22 जूनइतिहास
प्राचीन भारतीय शिक्षा तथा साहित्य
प्राचीन भारतीय सभ्यता विश्व की सर्वाधिक रोचक तथा महत्त्वपूर्ण सभ्यताओं में एक है। इस सभ्यता के समुचित ज्ञान के लिये…
Read More » - 21 जूनइतिहास
गुणाढ्य की रचनायें
प्राचीन साहित्य के कथाकारों में गुणाढ्य का नाम सर्वप्रथम उल्लेखनीय है। वह सातवाहन नरेश हाल (प्रथम-द्वितीय शती.)का दरबारी कवि था।…
Read More » - 18 जूनइतिहास
दंडी नामक संस्कृत के महान नाटककार
बाण के बाद दंडी संस्कृत गद्य साहित्य के प्रसिद्ध लेखक माने जाते हैं। वे कांची के पल्लव नरेश नरसिंह वर्मा…
Read More » - मई- 2020 -11 मईइतिहास
पल्लवकालीन साहित्य का इतिहास
पल्लव राजाओं का शासन संस्कृत तथा तमिल दोनों ही भाषाओं के साहित्य की उन्नति का काल रहा। कुछ पल्लव नरेश…
Read More » - नवम्बर- 2019 -15 नवम्बरइतिहास
राजनीति शास्र के प्रमुख ग्रंथ तथा लेखक कौटिल्य और उसका अर्थशास्र, कामंदकीय नीतिसार, शुक्रनीति
प्राचीन काल में राजनैतिक व्यवस्था अर्थात् राजा तथा राज्य और राजा के कार्यों के बारे में अलग-2 विद्वानों ने अपने…
Read More » - 14 नवम्बरइतिहास
कामंदकीय नीतिसार में किस विषय का वर्णन है
कामंदकीय नीतिसार कौटिल्य के अर्थशास्र का संक्षेपीकरण मात्र है। इसे आसानी से कंठस्थ योग्य बनाने के उद्देश्य से लेखक ने…
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