द्वारसमुद्र
- दिसम्बर- 2021 -3 दिसम्बरइतिहास
गयासुद्दीन तुगलक का वारंगल पर द्वितीय आक्रमण
गयासुद्दीन तुगलक का वारंगल पर द्वितीय आक्रमण - तेलंगाना की प्रथम असफलता के बाद सुल्तान (गयासुद्दीन तुगलक) निरुत्साहित नहीं हुआ…
Read More » - नवम्बर- 2021 -25 नवम्बरअलाउद्दीन खिलजी
अलाउद्दीन खिलजी की द्वारसमुद्र की विजय
द्वारसमुद्र की विजय - वारंगल से लौटने पर काफूर दक्षिणी प्रायद्वीप से भली-भाँति परिचित हो चुका था। धीरे-धीरे उसने द्वारसमुद्र…
Read More » - अक्टूबर- 2021 -9 अक्टूबरअलाउद्दीन खिलजी
अलाउद्दीन के समय में सल्तनत का विस्तार
अलाउद्दीन के समय में सल्तनत का विस्तार – अलाउद्दीन के सामने सबसे महत्त्वपूर्ण समस्या यह थी कि वह स्वतंत्र राज्यों…
Read More » - सितम्बर- 2021 -7 सितम्बरइतिहास
विक्रमादित्य चतुर्थ (1076-1126ई.) का इतिहास
विक्रमादित्य चतुर्थ - सोमेश्वर चतुर्थ को अपदस्थ करके विक्रमादित्य द्वारा चालुक्यों के राजसिंहासन पर अधिकार किया गया। विक्रमादित्य चतुर्थ कल्याणी…
Read More » - अप्रैल- 2021 -28 अप्रैलइतिहास
स्लाइड : द्वारसमुद्र के होयसल वंश का इतिहास
होयसल यादवों की एक शाखा थे, जो अपने आप को चंद्रवंशी मानते थे। वे गंगवाडि के पश्चिम में चालुक्य नरेशों…
Read More » - जुलाई- 2020 -25 जुलाईइतिहास
हलेविड (होयसल) नामक स्थल का परिचय
होयसल वंश की राजधानी द्वारसमुद्र का आधुनिक नाम हलेविड है, जो कर्नाटक राज्य में बेलूर के पास स्थित है।
Read More » - अप्रैल- 2020 -25 अप्रैलइतिहास
द्वारसमुद्र के होयसल वंश का इतिहास
होयसल यादवों की एक शाखा थे, जो अपने को चंद्रवंशी मानते थे। वे गंगवाडि के पश्चिम में चालुक्य नरेशों के…
Read More » - 8 अप्रैलइतिहास
सोमेश्वर चतुर्थ तथा चालुक्य सत्ता का विनाश
कल्याणी के चालुक्य वंश का अंतिम शासक तैल तृतीय का पुत्र सोमेश्वर चतुर्थ (1181-1189ई.) हुआ। वह कुछ शक्तिशाली था और…
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