पूर्वी मालवा
- अप्रैल- 2021 -19 अप्रैलइतिहास
वर्धन वंश के शासक प्रभाकरवर्धन का इतिहास
थानेश्वर के वर्द्धनों का क्रमबद्ध इतिहास प्रभाकरवर्धन के समय से मिलने लगता है। प्रभाकरवर्द्धन वर्द्धन वंश की स्वतंत्रता का जन्मदाता…
Read More » - मार्च- 2021 -23 मार्चइतिहास
चंद्रगुप्त द्वितीय कौन था एवं उसकी विजय की स्लाइड
समुद्रगुप्त के बाद उसकी प्रधान महिषी दत्तदेवी से उत्पन्न पुत्र चंद्रगुप्त द्वितीय गुप्त राजवंश का सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण एवं शक्तिशाली शासक…
Read More » - 16 मार्चइतिहास
एरण का विष्णु मंदिर एवं एरण का अभिलेख की स्लाइड
मध्य प्रदेश के सागर जिले में एरण नामक स्थान पर गुप्त काल में विष्णु का एक मंदिर बना था, जो…
Read More » - 13 मार्चइतिहास
गुप्त काल की शासन व्यवस्था की स्लाइड
गुप्त साम्राज्य की शासन-व्यवस्था राजतंत्रात्मक थी। मौर्य शासकों के विपरीत गुप्तवंशी शासक अपनी दैवी उत्पत्ति में विश्वास करते थे तथा…
Read More » - अक्टूबर- 2019 -13 अक्टूबरइतिहास
वर्धन वंश के शासक प्रभाकरवर्धन का इतिहास
प्रभाकरवर्द्धन एक शक्तिशाली राजा था। उसकी उपलब्धियों का विवरण बाण के हर्षचरित में इस प्रकार से मिलता है - वह…
Read More » - सितम्बर- 2019 -9 सितम्बरइतिहास
एरण का अभिलेख किसका है
एरण से एक अन्य अभिलेख प्राप्त हुआ है, जो 510 ई. का है। इसे 'भानुगुप्त का अभिलेख' कहते हैं।
Read More » - 3 सितम्बरइतिहास
वाकाटक शासक विन्ध्यशक्ति का इतिहास
अल्तेकर का अनुमान है,कि विन्ध्यशक्ति उसका मौलिक नाम न होकर विरुद था और विन्ध्यक्षेत्र में अपना राज्य स्थापित कर लेने…
Read More » - 1 सितम्बरगुप्त काल
गुप्त काल की शासन व्यवस्था कैसी थी
राजा का बङा पुत्र उत्तराधिकारी चुना जाता था। सम्राट के छोटे पुत्रों को प्रांतीय शासकों के रूप में नियुक्त करने…
Read More » - अगस्त- 2019 -23 अगस्तप्राचीन भारत
चंद्रगुप्त (विक्रमादित्य)की विजय
शक उन दिनों गुजरात और काठियावाङ में शासन करते थे। यद्यपि उन्होंने समुद्रगुप्त की अधीनता स्वीकार कर ली थी, तथापि…
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