ब्राह्मण
- फरवरी- 2018 -5 फ़रवरीप्राचीन भारत
उपनयन (यज्ञोपवीत / जनेऊ) संस्कार
उपनयन संस्कार– उपनयन संस्कार को यज्ञोपवीत संस्कार के नाम से भी जाना जाता है। यज्ञोपवीत शब्द ( यज्ञ +उपवीत से…
Read More » - 4 फ़रवरीप्राचीन भारत
चार वर्ण या जाति व्यवस्था क्या थी
उत्तर वैदिक काल चार वर्णों में विभक्त था । ये चारों वर्ण अपने-अपने वर्ण के अनुसार कार्य करते थे। ब्राह्मण-…
Read More » - 2 फ़रवरीप्राचीन भारत
उपनिषद क्या हैं
उपनिषद(upanishad) शब्द का अर्थ- विद्वानों ने उपनिषद(upanishad) शब्द की व्युत्पत्ति उप+ नि + षद के रूप में मानी है। इसका…
Read More » - जनवरी- 2018 -30 जनवरीप्राचीन भारत
ब्राह्मण ग्रंथ क्या हैं
ब्राह्मण ग्रंथ यज्ञों तथा कर्मकांडों के विधान और इनकी क्रियाओं को समझने के लिएआवश्यक होते हैं। इनकी भाषा वैदिक संस्कृत…
Read More » - 24 जनवरीप्राचीन भारत
हिन्दु धर्म ग्रंथ वेद
वेद सबसे प्राचीन पवित्र ग्रंथों में से एक हैं। वेद शब्द संस्कृत भाषा के विद् शब्द से बना है। अतः…
Read More » - 23 जनवरीइतिहास
ऋग्वेद संहिता
वेद मंत्रों को सूक्त कहा जाता है। गायत्री मंत्र का वर्णन ऋग्वेद में किया गया है। ऋग्वेद में देवताओं की…
Read More » - 22 जनवरी
- 19 जनवरीप्राचीन भारत
उत्तर वैदिक काल : सामाजिक स्थिति
उत्तरवैदिक काल में वर्ण व्यवस्था में जटीलता बढी तथा भेदभाव भी दिखाई देने लगा। वर्णव्यवस्था जन्म पर आधारित हो गई…
Read More » - 18 जनवरीइतिहास
उत्तरवैदिक काल के महत्वपूर्ण तथ्य
आगमन हुआ वह काल उत्तरवैदिक काल था।इस काल की जानकारी पुरातात्विक तथा साहित्यिक स्रोतों से मिलती है।
Read More » - 12 जनवरीप्राचीन भारत
ऋग्वेद से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य
ऐतरेय ब्राह्मण में पंचजनों में देव, मनुष्य, गन्धर्व, अप्सरा, पितरों की गणना की गई है। सर्वप्रथम राजा की उत्पत्ति का…
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