मदुरा
- नवम्बर- 2021 -30 नवम्बरअलाउद्दीन खिलजी
अलाउद्दीन खिलजी की दक्षिण नीति
अलाउद्दीन खिलजी की दक्षिण नीति - दक्षिणी राज्यों पर विजय प्राप्त करके सुल्तान (अलाउद्दीन खिलजी) ने समस्त भारत को कम…
Read More » - 17 नवम्बरइतिहास
फिरोजशाह तुगलक का इतिहास
फिरोजशाह तुगलक - राजनीति एवं आर्थिक विकेंद्रीकरण 20 मार्च 1351 में मुहम्मद तुगलक की थट्टा (सिंध) में मृत्यु के बाद…
Read More » - अप्रैल- 2021 -28 अप्रैलइतिहास
स्लाइड : द्वारसमुद्र के होयसल वंश का इतिहास
होयसल यादवों की एक शाखा थे, जो अपने आप को चंद्रवंशी मानते थे। वे गंगवाडि के पश्चिम में चालुक्य नरेशों…
Read More » - अगस्त- 2020 -4 अगस्तइतिहास
संगम काल : महत्त्वपूर्ण तथ्य
संगम वस्तुतः एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ सभा होता है। तमिल परंपरा के अनुसार पौराणिक समय से तीन संगम…
Read More » - जून- 2020 -26 जूनइतिहास
शैव धर्म का उद्भव तथा विकास
शिव से संबंद्ध धर्म को शैव कहा जाता है, जिसमें शिव को इष्टदेव मानकर उनकी उपासना किये जाने का विधान…
Read More » - मई- 2020 -28 मईइतिहास
पाण्ड्य राज्य के बारे में जानकारी
तमिल प्रदेश का तीसरा राज्य पाण्ड्यों का था, जिसमें प्रारंभ में तिनेवेली, रानाड तथा मदुरा का क्षेत्र सम्मिलित था। पाण्ड्यों…
Read More » - 22 मईइतिहास
चोल शासक कुलोत्तुंग तृतीय
कुलोत्तुंग तृतीय चोल शासक राजाधिराज द्वितीय का उत्तराधिकारी था।
Read More » - 17 मईइतिहास
चोल शासक राजेन्द्र प्रथम
राजेन्द्र प्रथम राजराज प्रथम का पुत्र तथा उत्तराधिकारी था और उसकी मृत्यु के बाद 1014-15 ई. में चोल राज्य की…
Read More » - 17 मईइतिहास
चोल शासक राजराज प्रथम
चोल साम्राज्य की महत्ता का वास्तविक संस्थापक परांतक द्वितीय (सुन्दर चोल) का पुत्र अरिमोलवर्मन था, जो 985 ई. के मध्य…
Read More » - 16 मईइतिहास
चोल शासक परान्तक प्रथम का इतिहास
परांतक नामक शासक चोल शासक आदित्य प्रथम का पुत्र था। आदित्य प्रथम की मृत्यु के बाद परांतक शासक बना था।…
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