शशांक
- नवम्बर- 2019 -7 नवम्बरइतिहास
पाल वंश के शासकों का इतिहास
ऐसी अराजकतापूर्ण स्थिति में बंगाल के मुख्य लोगों ने गोपाल को समूचे राज्य का शासक चुना। गोपाल ने एक वंश…
Read More » - अक्टूबर- 2019 -24 अक्टूबरप्राचीन भारत
हर्ष के समय धर्म तथा धार्मिक जीवन
उसने बौद्ध विहार एवं स्तूप भी निर्मित करवाये थे। हर्ष बौद्ध भिक्षुओं एवं श्रमणों का सम्मान करता तथा समय-2 पर…
Read More » - 23 अक्टूबरप्राचीन भारत
हर्षकालीन संस्कृति का इतिहास
हर्ष के समय में भी शासन व्यवस्था का स्वरूप राजतंत्रात्मक था। राजा अपनी दैवी उत्पत्ति में विश्वास करता था। वह…
Read More » - 16 अक्टूबरप्राचीन भारत
हर्षवर्धन एवं उसका द्वितीय पूर्वी अभियान क्या था
चीनी लेखक मा-त्वान-लिन् लिखता है, कि हर्ष ने 641 ईस्वी में सर्वप्रथम मगधराज की उपाधि धारण की थी। मगध पहले…
Read More » - 15 अक्टूबरइतिहास
हर्षवर्धन द्वारा किये गये युद्ध एवं विजये
- यदि कुछ ही दिनों में धनुष चलाने की चपलता के घमंड में भरे हुए समस्त उद्धत राजाओं के पैरों…
Read More » - 13 अक्टूबरप्राचीन भारत
थानेश्वर के वर्द्धन वंश को जानने के लिए इतिहास के साधन
र्षचरित में 8 अध्याय अथवा खंड हैं। इन्हें उच्छवास कहा जाता है। प्रथम तीन में बाण ने अपनी आत्मकथा लिखी
Read More » - 11 अक्टूबरइतिहास
मौखरि शासक ग्रहवर्मा का इतिहास
अब हुआ यह कि इस वैवाहिक संबंध से दोनों वंशों मौखरि तथा वर्द्धन वंश में घनिष्ठता स्थापित हो गयी। वहीं…
Read More » - 8 अक्टूबरप्राचीन भारत
माधवगुप्त का इतिहास
हर्ष की मृत्यु के बाद उत्तर भारत में पुनः अराजकता फैली तथा उसने भी अपनी स्वतंत्रता घोषित कर दी। उसने…
Read More » - 7 अक्टूबरइतिहास
देवगुप्त का इतिहास
इस प्रकार देवगुप्त ने कन्नौज पर अधिकार कर लिया। परंतु उसकी सफलता क्षणिक रही। प्रभाकरवर्द्धन के बङे पुत्र राज्यवर्द्धन ने…
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