इतिहासमध्यकालीन भारतविदेशी यात्री
फर्नाओ नूनीज का इतिहास | Fernao Nunez
फर्नाओ नूनीज (1535) – फर्नाओ नूनीज पुर्तगाल का घोङा व्यापारी था। 1535-37 ई. के मध्य वह तुलुव वंशी शासक अच्युत राय के समय में विजयनगर की यात्रा की। वह विजयगर साम्राज्य में 3 वर्ष तक रहा। अपनी पुस्तक क्रॉनिकल ऑफ फर्नास (फर्नाओ) नूनीज में उसने विजय नगर साम्राज्य के प्रारंभ से लेकर अच्युतराय के शासन काल के अंतिम वर्षों तक इतिहास प्रस्तुत किया है। उसने विजयनगर की सामाजिक और आर्थिक स्थिति का भी विस्तृत वर्णन किया है। पुर्तगाली यात्री बारबोसा की भाँति फर्नाओ नूनीज ने भी विजयनगर समाज में प्रचलित सती प्रथा का वर्णन किया है। वह ब्राह्मणों की प्रशंसा करते हुए लिखता है कि – ब्राह्मण मेधावी, इमानदार एवं दुबले पते थे। उसके अनुसार भू राजस्व की मात्रा 1/6 थी वह लिखता है कि क्वीलोन, श्रीलंका, पुलीकट, पेगू और तेनसिरिम के राजा देवराय द्वितीय को कर देते थे।
References : 1. पुस्तक - मध्यकालीन भारत, लेखक- एस.के.पाण्डे
