यूजीसी की गाइडलाइन जारी, इस बार सितंबर से शुरू होगा शैक्षणिक सत्र-2020

देश के सभी विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों में परीक्षा और एकेडमिक कैलेंडर 2020 के लिए गाइडलाइन जारी कर दी है। जारी गाइडलाइन के मुताबिक यूनिवर्सिटीज का नया शैक्षणिक सत्र इस बार दो माह की देरी से सितंबर में शुरू होगा।

एमफिल की तैयारी कैसे करें

एमफिल की फुल फॉर्म मास्टर ऑफ़ फिलोसॉफी (Master of Philosophy) होता है। यह एक शैक्षणिक अनुसन्धान डिग्री कोर्स (Academic Research Degree Course) है जो पोस्ट ग्रेजुएशन यानी स्नातकोत्तर डिग्री लेने के बाद किया जाता है। इस कोर्स की समय अवधि 2 साल होती है। एमफिल कोर्स को 4 समेस्टर में विभाजित किया गया है जो 2 साल में पूरा होता हैं। एमफिल (M.Phil) एक ऐकडेमिक रिसर्च बेस्ड कोर्स है।

पीएचडी(Ph.D) क्या होता है और इसकी तैयारी कैसे करें

पीएचडी का मतलब होता है-डाॅक्टर ऑफ फिलोसोफी(Doctor of Philosophy)। पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद में आपको नेट पास करना होता है और फिर आप पीएचडी के लिए प्रवेश परीक्षा दे सकते है। इसमे आपको 3 साल तक किसी विषय पर रिसर्च करनी होती है। इसे 3 साल से 6 साल तक की समय अवधि में पूरी कर सकते हैं। पीएचडी पूरी होने का बाद में आप काॅलेज प्रोफेसर, रिसर्च क्षेत्र में विशेषज्ञ आदि बन सकते हो।

पीएचडी(Ph.D) प्रवेश परीक्षा पैटर्न और सलेब्स

पीएचडी एक डाॅक्टर डिग्री होती है। किसी यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर बनने के लिए या फिर रिसर्च का क्षेत्र चुनने के लिये आप पीएचडी कर सकते हैं। इस डिग्री को करने के बाद आपके नाम के आगे डॉक्टर शब्द लग जाता है। जिस विषय में आप पीएचडी करते हैं, उस विषय का आपको बहुत ज्यादा ज्ञान हो जाता है और उस विषय के आप विशेषज्ञ कहलाते हैं।

एमफिल प्रवेश परीक्षा पैटर्न और सलेब्स

आपको एमफिल प्रवेश परीक्षा पैटर्न और सलेब्स के बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिलेगी। इस पोस्ट में एमफिल प्रवेश परीक्षा में आने वाले सलेब्स के बारे में विस्तार से बताया गया है। कंप्यूटर, विज्ञान, गणित, भौतिकी और इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, अंग्रेजी आदि किसी भी विषय में एम.फिल कर सकते हैं। एमफिल में प्रवेश के लिए लिखित परीक्षाएं होती हैं।