इतिहासप्रमुख स्थलप्राचीन भारत
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल अपरान्त
महाराष्ट्र प्रान्त का उत्तरी कोंकण क्षेत्र इसके अन्तर्गत था। प्राचीन साहित्य में इस स्थान का प्रयोग पश्चिमी देशों को इंगित करने के लिए किया गया है। महावंश के अनुसार अशोक ने धर्मरक्षित को अपरान्त में बौद्ध धर्म के प्रचारार्थ भेजा था। वहाँ अपरान्त से तात्पर्य पश्चिम देशों से है।
महाभारत में अपरान्त को परशुराम की भूमि बताया गया है। नासिक लेख से पता चलता है कि गौतमीपुत्र शातकर्णि ने अपरान्त की विजय की थी। जूनागढ़ लेख से ज्ञात होता है कि रूद्रदामन् ने इस स्थान को सातवाहनों से जीत लिया था। यहाँ अपरान्त से तात्पर्य उत्तरी कोंकण से ही है। अपरान्त का नाम अपरान्तिक अथवा अपरान्तक भी मिलता है।
References : 1. पुस्तक- प्राचीन भारत का इतिहास तथा संस्कृति, लेखक- के.सी.श्रीवास्तव 2. पुस्तक- प्राचीन भारत का इतिहास, लेखक- वी.डी.महाजन
