आधुनिक भारतइतिहास

औद्योगिक क्रांति के परिणामस्वरूप हुये नये आविष्कार

नये आविष्कार

नये आविष्कार (New inventions)

  • जॉन के नामक अंग्रेज ने 1733 ई. में अधिक वस्त्र उत्पादन हेतु फ्लाइंग शटल का आविष्कार किया।
  • जॉन हॉरग्रीव्ज ने 1764 ई. में, 8 व्यक्तियों के श्रम के बराबर कार्य क्षमता वाली, लकङी की स्पिनिंग जैनबनाई।
  • रिचर्ड आर्कराइट ने 1769 ई. में स्पिनिंग जैन में रोलर की खोज की जिससे धागा टूट नहीं पाता था।
  • क्राम्पटन ने 1779 ई. में मसलिन व्हील बनाया, जो बारीक व पक्का धागा बनाता था।
  • एडमंड कार्टराइट ने 1785 ई. में पावरलूम बनाये।
  • व्हिटने ने 1793 ई. में अनाज से भूसा अलग करने की मशीन बनाई।
  • जेम्स वॉट ने 1769 ई. में वाष्पचलित इंजन बनाया।
नये आविष्कार
  • अब्राहम डर्बी ने लोहा पिघलाने के लिये बुझे हुए कोयले का प्रयोग किया।
  • हम्फ्री डेवी ने खानों में उपयोग के लिये सेफ्टी लेम्प बनाया।
  • जॉन मेकडम ने पक्की सङक बनाने की तकनीक बताई।
  • ब्रेन्डले ने जहाजों के परिवर्तन हेतु नहरें बनाई।
  • जार्ज स्टीफन्सन ने 1830 ई. में रेलगाङी बनाई। इसी वर्ष मेनचेस्टर से लिवरपूल तक पहली रेलगाङी चली।
  • बीट स्टोन ने इलेक्ट्रिक टेलीग्राफ बनाया।

आविष्कारों की यह श्रृंखला निरंतर चलती रही। उत्पादन के विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति दृष्टि गोचर होने लगी। वस्त्र उद्योग, कोयला एवं वाष्प शक्ति, परिवहन एवं संचार, यांत्रिक कृषि एवं प्रकाश के साधनों के क्षेत्र में अत्यन्त विकास हुआ।

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