इतिहासप्राचीन भारत

प्रागैतिहासिक कालीन संस्कृति

प्रागैतिहासिक काल की संस्कृति

मालवा संस्कृति – यह संस्कृति उत्कृष्ट प्रकार के मृदभांडों के लिए जानी जाती है। यहाँ से दूधिया स्लिप वाले लाल मृदभांड प्राप्त हुये हैं। यहां से काले तथा लाल बर्तन प्राप्त हुये हैं।

Prev 1 of 1 Next
Prev 1 of 1 Next

बुर्जहोम संस्कृति – बुर्जहोम, श्रीनगर का पुरातात्विक महत्‍व वाला कश्मीर का प्रमुख ऐतिहासिक स्‍थल है। यहां पर कई प्राचीन भूमिगत गड्डे पाए गये हैं। इन गड्ढों को छप्परों से ढंक कर उनमें रहते थे। यहां के घरों का निर्माण जमीनी स्‍तर से ऊपर ईंट और गारे से भी किया जाता था। यहां के लोग खेती भी कर रहे थे और प्रत्येक घर में कुत्ता पाला हुआ था। बुर्जहोम में मालिक के मर जाने पर बकरी एवं अन्य जानवरों को साथ ही दफनाया जाता था। यहां से हड्डी के विशिष्ट औजार, आयताकार छिद्रित पत्थर के चाकू, बर्तन, पशु कंकाल और उपकरण भी प्राप्‍त हुए हैं। इसी तरह कश्मीर के गुफकराल में भी पशुपालन और कृषि करने के प्रमाण मिलते है। यह कश्मीर की घाटी में श्रीनगर से छः मील (लगभग 9.6 कि.मी.) उत्तर-पूर्व की ओर स्थित है। यहां से धूसर बर्तन(धूल के रंग का, खाकी) प्राप्त हुये हैं।

जोरवे संस्कृति यहाँ से लाल बर्तन प्राप्त हुये हैं।

दक्षिणी नवपाषाण – यहां से चमकीले धूसर बर्तन प्राप्त हुये हैं।

पूर्वी नवपाषाण – यहां से भूरे लाल बर्तन प्राप्त हुये हैं।

Related Articles

error: Content is protected !!