आर्यमंजूश्रीमूलकल्प
- अप्रैल- 2021 -16 अप्रैलइतिहास
थानेश्वर के वर्द्धन वंश को जानने के लिए इतिहास के साधन की स्लाइड
गुप्त साम्राज्य के पतन के बाद उत्तर भारत के राजवंशों में थानेश्वर का पुष्यभूति राजवंश सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण एवं शक्तिशाली था।…
Read More » - जुलाई- 2020 -9 जुलाईइतिहास
गुप्त साम्राज्य महत्त्वपूर्ण तथ्य
गुप्त साम्राज्य का संस्थापक श्रीगुप्त था। समुद्रगुप्त ने स्वयं को प्रयाग प्रशस्ति में श्रीगुप्त का प्रपौत्र कहा है।
Read More » - अक्टूबर- 2019 -13 अक्टूबरप्राचीन भारत
थानेश्वर के वर्द्धन वंश को जानने के लिए इतिहास के साधन
र्षचरित में 8 अध्याय अथवा खंड हैं। इन्हें उच्छवास कहा जाता है। प्रथम तीन में बाण ने अपनी आत्मकथा लिखी
Read More » - 12 अक्टूबरइतिहास
मौखरि वंश का पतन
यह सुव्र सुचंद्रवर्मा ही था।यह कन्नौज के मौखरि वंश का अंतिम शासक था। इसने 664 ईस्वी तक राज्य किया।
Read More » - सितम्बर- 2019 -26 सितम्बरप्राचीन भारत
हूण शक्ति का उत्थान
पश्चिमी शाखा के हूण यूराल पर्वत पार करते हुए रोम पहुँचे जिनकी ध्वंसात्मक कृतियों ने शक्तिशाली रोम साम्राज्य की जङों…
Read More » - 25 सितम्बरप्राचीन भारत
हूण शासक तोरमाण का इतिहास
पंजाब के कूरा नामक स्थान से तोरमाण का एक अन्य लेख मिलता है, जिसमें उसे षाहिजऊब्ल कहा गया है। जऊब्ल…
Read More » - अगस्त- 2019 -29 अगस्तप्राचीन भारत
गुप्त नरेश बुधगुप्त का इतिहास
कुमारगुप्त द्वितीय के बाद बुधगुप्त गुप्त साम्राज्य का शासक बना। नालंदा से बुधगुप्त की मुहर प्राप्त हुई है, जिसके आधार…
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