कादंबरी
- जून- 2021 -26 जूनइतिहास
मेवाङी चित्रकला शैली का इतिहास
मेवाङी चित्रकला शैली - मेवाङ में चित्रकला का उद्भव तो लगभग 2,000 ई.पू. में हो गया था, किन्तु 11 वीं…
Read More » - अप्रैल- 2021 -16 अप्रैलइतिहास
थानेश्वर के वर्द्धन वंश को जानने के लिए इतिहास के साधन की स्लाइड
गुप्त साम्राज्य के पतन के बाद उत्तर भारत के राजवंशों में थानेश्वर का पुष्यभूति राजवंश सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण एवं शक्तिशाली था।…
Read More » - 15 अप्रैल
- 12 अप्रैलइतिहास
हर्ष की प्रशासन व्यवस्था और मधुबन ताम्रपत्र अभिलेख की स्लाइड
यह अभिलेख उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद की घोषी तहसील के मधुबन नामक स्थान से प्राप्त हुआ है। यह अभिलेख…
Read More » - 11 अप्रैलइतिहास
हर्ष के समय में साहित्य तथा शिक्षा की स्लाइड
हर्षवर्धन स्वयं एक उच्चकोटि का विद्वान था, अतः अपने शासन काल में उसने शिक्षा एवं साहित्य की उन्नति को पर्याप्त…
Read More » - 9 अप्रैलइतिहास
मंजूश्रीमूलकल्प ग्रंथ एवं बाणभट्ट के बारे में जानकारी की स्लाइड
मंजूश्रीमूलकल्प ग्रंथ से संबंधित ऑर्टिकल देखने के लिए यहाँ क्लिक करे। बाणभट्ट से संबंधित ऑर्टिकल देखने के लिए यहाँ क्लिक…
Read More » - अगस्त- 2020 -10 अगस्तइतिहास
पुष्यभूति वंश महत्त्वपूर्ण तथ्य
दिल्ली और पंजाब के भू-भाग पर स्थित श्रीकंठ नामक प्राचीन जनपद का एक भाग थानेश्वर था, जहाँ पुष्यभूति नामक व्यक्ति…
Read More » - जून- 2020 -26 जूनइतिहास
शैव धर्म के प्रमुख संप्रदाय
यह शैवों का सबसे प्राचीन सम्प्रदाय है, जिसकी उत्पत्ति ईसा-पूर्व दूसरी शती में हुई थी। पुराणों के अनुसार इस सम्प्रदाय…
Read More » - 18 जूनइतिहास
दंडी नामक संस्कृत के महान नाटककार
बाण के बाद दंडी संस्कृत गद्य साहित्य के प्रसिद्ध लेखक माने जाते हैं। वे कांची के पल्लव नरेश नरसिंह वर्मा…
Read More » - 1 जूनइतिहास
प्राचीन भारतीय शिक्षा के पाठ्यक्रम
ऋग्वैदिक अथवा पूर्व-वैदिक काल में शिक्षा का मुख्य पाठ्यक्रम वैदिक साहित्य का अध्ययन ही था। पवित्र वैदिक ऋचाओं के अलावा…
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