कुमारामात्य
- मार्च- 2021 -18 मार्चइतिहास
चंद्रगुप्त द्वितीय का विद्या प्रेम एवं शासन प्रबंध की स्लाइड
चंद्रगुप्त द्वितीय युद्ध क्षेत्र में जितना महान था, शांति काल में उससे कहीं अधिक कर्मठ था। वह स्वयं विद्वान एवं…
Read More » - 14 मार्चइतिहास
गुप्तों का प्रांतीय शासन कैसा था
प्रशासन की सुविधा के लिये विशाल गुप्त साम्राज्य अनेक प्रांतों में विभाजित किया गया था। प्रांत को देश, अवनी अथवा…
Read More » - 13 मार्चइतिहास
गुप्त काल की शासन व्यवस्था की स्लाइड
गुप्त साम्राज्य की शासन-व्यवस्था राजतंत्रात्मक थी। मौर्य शासकों के विपरीत गुप्तवंशी शासक अपनी दैवी उत्पत्ति में विश्वास करते थे तथा…
Read More » - 11 मार्चइतिहास
गुप्त युगीन संस्कृति का इतिहास की स्लाइड
गुप्त काल में सभ्यता और संस्कृति के प्रत्येक क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई तथा भारतीय संस्कृति के विकास को पूर्णता…
Read More » - अक्टूबर- 2019 -24 अक्टूबरइतिहास
हर्ष की प्रशासन व्यवस्था कैसी थी
बंसखेङा तथा मधुबन के दानपत्रों में हर्ष अपनी प्रजावत्सल भावनाओं को इस प्रकार व्यक्त करता है -
Read More » - 1 अक्टूबरइतिहास
गुप्तयुगीन संस्कृति का इतिहास
गुप्त युग में भारतीय संस्कृति के विकास को देखते हुए हिन्दू संस्कृति को स्वर्ण-युग अतवा क्लासिकल युग की संज्ञा दी…
Read More » - सितम्बर- 2019 -2 सितम्बरगुप्त काल
गुप्तों का प्रांतीय शासन कैसा था
भुक्ति के शासक को उपरिक कहा जाता था, जिसकी नियुक्ति सम्राट द्वारा की जाती थी, तथा वह सम्राट के प्रति…
Read More » - 1 सितम्बरगुप्त काल
गुप्त काल की शासन व्यवस्था कैसी थी
राजा का बङा पुत्र उत्तराधिकारी चुना जाता था। सम्राट के छोटे पुत्रों को प्रांतीय शासकों के रूप में नियुक्त करने…
Read More » - अगस्त- 2019 -27 अगस्तप्राचीन भारत
कुमारगुप्त प्रथम ‘महेन्द्रादित्य’ का इतिहास
कुमारगुप्त प्रथम के सुव्यवस्थित शासन का वर्णन मंदसोर अभिलेख में इस प्रकार मिलता है - कुमारगुप्त एक ऐसी पृथ्वी पर…
Read More » - 26 अगस्तप्राचीन भारत
चंद्रगुप्त द्वितीय की शासन-व्यवस्था कैसी थी
चंद्रगुप्त द्वितीय एक योग्य एवं कुशल शासक था। गुप्त प्रशासन का निर्मण उसी ने किया था। चंद्रगुप्त द्वितीय का शासन…
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