जैन
- फरवरी- 2020 -25 फ़रवरीइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल देवगढ़
उत्तर प्रदेश के ललितपुर(प्राचीन झाँसी) जिले में जाखलीन रेलवे स्टेशन के निकट यह स्थान स्थित है। यहाँ से गुप्त काल…
Read More » - 10 फ़रवरीइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल खजुराहो
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में यह स्थान स्थित है। प्राचीन काल में यह बुन्देलखण्ड का एक प्रमुख नगर था।…
Read More » - 9 फ़रवरीइतिहास
खजुराहो के मंदिर बुंदेलखंड में स्थित हैं, जो चंदेलकालीन हैं
बुंदेलखंड का प्रमुख स्थल मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित खजुराहो( khajuraaho ) नामक स्थान है। यहाँ चंदेल राजाओं…
Read More » - जनवरी- 2020 -24 जनवरीइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल एलोरा
महाराष्ट्र प्राप्त के औरंगाबाद जिले में स्थित एलोरा नाक स्थान अपने गुहा- मन्दिरों(Care- Temples) के लिये प्रसिद्ध है। यहाँ पहाड़ियों…
Read More » - 21 जनवरीइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल उदयगिरि
मध्यप्रदेश के विदिशा (बेसनगर) के समाप उदयगिरि नामक पहाड़ी स्थित है, जहाँ बीस गुफाओं को काटकर मुर्तियाँ बनाई गई है।…
Read More » - 12 जनवरीइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल आबू(पर्वत)
राजस्थान प्रान्त में यह पर्वतीय नगर स्थित है। यह स्थान जैन मन्दिरों एवं मूर्तियों के लिए जगतप्रसिद्ध है। यहाँ दो…
Read More » - 4 जनवरीइतिहास
सोलंकी वंश के शासक कुमारपाल का इतिहास
गुजरात के सोलंकी शासक जयसिंह के कोई पुत्र नहीं था। अतः उसकी मृत्यु के बाद कुमारपाल राजा बना। विभिन्न स्रोतों…
Read More » - 3 जनवरीइतिहास
सोलंकी वंश के शासक जयसिंह सिद्धराज का इतिहास
जयसिंह सिद्धराज के कई लेख मिले हैं। राज्यारोहण के समय वह कम आयु का था, अतः उसकी माँ ने कुछ…
Read More » - दिसम्बर- 2019 -19 दिसम्बरइतिहास
चंदेल शासक धंग का इतिहास
धंग ने कालंजर को पूरी तरह से जीत लिया तथा कालंजर को अपने राज्य की राजधानी बनाया। उसके बाद धंग…
Read More » - 15 दिसम्बरइतिहास
परमार भोज के उत्तराधिकारी तथा परमार सत्ता का अंत
नरवर्मा का उत्तराधिकारी उसका पुत्र यशोवर्मा (1133-1142 ईस्वी) हुआ। उसके समय चालुक्यों के आक्रमण के कारण मालवा की स्थिति काफी…
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