जैन
- जून- 2020 -23 जूनइतिहास
भारतीय संस्कृति में धार्मिक व्यवस्था
भारतीय संस्कृति में धर्म का सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण स्थान रहा है। वास्तव में यदि देखा जाय तो यह भारतीय संस्कृति का…
Read More » - 20 जूनइतिहास
हेमचंद्र नामक विद्वान के बारे में जानकारी
हेमचंद्र का आविर्भाव बारहवीं शती में हुआ तथा ये गुजरात के चौलुक्य शासकों जयसिंह एवं कुमारपाल की सभा में निवास…
Read More » - मई- 2020 -30 मईइतिहास
दक्षिण भारत में कृषि कार्य
संगम काल के बाद में दक्षिण में कृषि का खूब विकास हुआ। इस समय जंगलों की कटाई कर अधिकाधिक भूमि…
Read More » - 27 मईइतिहास
चोलकालीन साहित्य की जानकारी
चोल राजाओं का शासनकाल तमिल भाषा एवं साहित्य के विकास के लिये प्रसिद्ध है। तमिल लेखकों में सर्वाधिक प्रसिद्ध जयन्गोन्दार…
Read More » - अप्रैल- 2020 -30 अप्रैलइतिहास
जीवकचिन्तामणि की रचना किसने की
जीवकचिन्तामणि नामक ग्रंथ संगमकाल के बहुत बाद की रचना है। इसकी रचना का श्रेय जैन भिक्षु तिरुत्तक्कदेवर को दिया जाता…
Read More » - 25 अप्रैलइतिहास
द्वारसमुद्र के होयसल वंश का इतिहास
होयसल यादवों की एक शाखा थे, जो अपने को चंद्रवंशी मानते थे। वे गंगवाडि के पश्चिम में चालुक्य नरेशों के…
Read More » - 24 अप्रैलइतिहास
राष्ट्रकूट शासकों की कला का इतिहास
राष्ट्रकूटवंशी नरेश उत्साही निर्माता थे। चूंकि इस वंश के अधिकांश शासक शैवमतानुयायी थे, अतः उनके काल में शैव मंदिर एवं…
Read More » - 23 अप्रैलइतिहास
राष्ट्रकूट शासकों का शासन प्रबंध
राष्ट्रकूट शासन में राजा की स्थिति महत्त्वपूर्ण एवं सर्वोच्च होती थी। महाराजाधिराज, परमभट्टारक जैसी उच्च सम्मानपरक उपाधियों के अलावा राष्ट्रकूट…
Read More » - 23 अप्रैलइतिहास
राष्ट्रकूट शासकों का धर्म
राष्ट्रकूट शासक उत्साही विजेता होने के साथ-साथ धर्म, साहित्य और कला में भी गहरी अभिरुचि रखते थे तथा शांति के…
Read More » - 20 अप्रैलइतिहास
चालुक्यों का साहित्य
चालुक्य शासकों के काल में साहित्य, धर्म, कला के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण प्रगति हुई। ह्वेनसांग चालुक्य राज्य के लोगों को…
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