तंजौर
- सितम्बर- 2021 -4 सितम्बरइतिहास
राजेन्द्र चोल(1012-1044 ई.) का इतिहास
के कारण चोल नियंत्रण बना हुआ था, जिसके कारण पूर्वी जगत विशेषतः चीन के साथ व्यापार को भी प्रोत्साहन मिल…
Read More » - फरवरी- 2021 -11 फ़रवरीइतिहास
शैव धर्म के महत्वपूर्ण तथ्य एवं प्राचीन काल में सोपारा क्या था
शिव भक्ति की प्रारंभिक जानकारी सिन्धु घाटी सभ्यता के अवशेषों से होती है। शैव मत का उदय शुंग-सातवाहन काल में…
Read More » - अगस्त- 2020 -6 अगस्तइतिहास
शैव धर्म महत्त्वपूर्ण तथ्य
शिव भक्ति की प्रारंभिक जानकारी सिन्धु घाटी सभ्यता के अवशेषों से होती है। शैव मत का उदय शुंग-सातवाहन काल में…
Read More » - मई- 2020 -23 मईइतिहास
चोल राजवंश का इतिहास
चोल राजवंश का प्रारंभिक इतिहास अंधकारपूर्ण है।संगम युग (100-250ई.) में चोल वंशी नरेश दक्षिण में शक्तिशाली थे। इस काल के…
Read More » - 15 मईइतिहास
चोल राजवंश के इतिहास के साधन
चोल राजवंश - कृष्णा तथा तुंगभद्रा नदियों से लेकर कुमारी अंतरीप तक का विस्तृत भूभाग प्राचीन काल में तमिल प्रदेश…
Read More » - 7 मईइतिहास
नंदिवर्मन् द्वितीय पल्लव राजवंश से संबंधित था
कांची के पल्लव शासक परमेश्वरवर्मन द्वितीय की मृत्यु के बाद पल्लव राज्य में संकट के बादल छो गये, क्योंकि उसकी…
Read More » - अप्रैल- 2020 -30 अप्रैलइतिहास
संगम काल का चोल राज्य
संगम युगीन राज्यों में सर्वाधिक शक्तिशाली चोलों का राज्य था। यह पेन्नार तथा दक्षिणी वेल्लारु नदियों के बीच स्थित था।…
Read More » - फरवरी- 2020 -12 फ़रवरीइतिहास
तुर्क आक्रमण के समय भारत की राजनीतिक दशा कैसी थी
मुस्लिम आक्रमण के समय भारत में एक बार पुनः विकेन्द्रीकरण तथा विभाजन की परिस्थितियाँ सक्रिय हो उठी थी। इस समय…
Read More » - जनवरी- 2019 -10 जनवरीआधुनिक भारत
द्वितीय एवं तृतीय कर्नाटक युद्ध के कारण
अन्य संबंधित महत्त्वपूर्ण तथ्य- प्रथम कर्नाटक युद्ध(1746-48ई.) किस-किस के बीच हुआ फ्रांसीसी भारत कब आये द्वितीय कर्नाटक युद्ध(1749-54ई.)- कर्नाटक का…
Read More » - अक्टूबर- 2018 -30 अक्टूबरइतिहास
पेशवा बालाजी विश्वनाथ कौन था
बालाजी विश्वनाथ(1713-1720ई.)- बालाजी विश्वनाथ एक ब्राह्मण था। उसने अपना जीवन एक छोटे राजस्व अधिकारी के रूप में प्रारंभ किया था।…
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