देवपाल
- दिसम्बर- 2021 -17 दिसम्बरअरब आक्रमण
भारत में अरबों के आक्रमण से पूर्व भारत की दशा कैसी थी | Bhaarat mein arabon ke aakraman se poorv bhaarat kee dasha kaisee thee | What was the condition of India before the invasion of Arabs in India
भारत में मुस्लिम साम्राज्य की स्थापना 12वीं शताब्दी के अन्त में शहाबुद्दीन गौरी द्वारा की गई थी, किन्तु भारत को…
Read More » - मार्च- 2021 -12 मार्चइतिहास
नालंदा विश्वविद्यालय का इतिहास की स्लाइड
प्राचीन भारत के शिक्षा केन्द्रों में नालंदा विश्वविद्यालय का नाम सर्वाधिक उल्लेखनीय है। बिहार प्रांत की राजधानी पटना के दक्षिण…
Read More » - जून- 2020 -4 जूनइतिहास
नालंदा विश्वविद्यालय प्राचीनतम विश्वविद्यालय
प्राचीन भारत के शिक्षा केन्द्रों में नालंदा विश्वविद्यालय का नाम सर्वाधिक उल्लेखनीय है। बिहार प्रांत की राजधानी पटना के दक्षिण…
Read More » - दिसम्बर- 2019 -15 दिसम्बरइतिहास
परमार भोज के उत्तराधिकारी तथा परमार सत्ता का अंत
नरवर्मा का उत्तराधिकारी उसका पुत्र यशोवर्मा (1133-1142 ईस्वी) हुआ। उसके समय चालुक्यों के आक्रमण के कारण मालवा की स्थिति काफी…
Read More » - नवम्बर- 2019 -29 नवम्बरइतिहास
शाकंभरी का चौहान शासक सिंहराज कौन था
देवपाल के राज्यकाल के बाद ही चाहमान नरेश सिंहराज ने प्रतिहारों की अधीनता से मुक्त होने का जोरदार प्रयास किया…
Read More » - 21 नवम्बरइतिहास
गुर्जर-प्रतिहार शासक महेन्द्रपाल द्वितीय तथा प्रतिहार साम्राज्य का पतन
महेन्द्रपाल द्वितीय के बाद 960 ईस्वी तक प्रतिहार वंश में चार शासक हुये - देवपाल (948-49 ईस्वी), विनायकपाल द्वितीय (953-54…
Read More » - 19 नवम्बरइतिहास
गुर्जर-प्रतिहार शासक मिहिरभोज प्रथम
उसने अपने वंश का वर्चस्व बुंदेलखंड में पुनः स्थापित किया तथा जोधपुर के प्रतिहारों (परिहार) का दमन किया।
Read More » - 19 नवम्बरइतिहास
गुर्जर-प्रतिहार शासक रामभद्र
उसके समय में प्रतिहारों को पालों के हाथों पराजय का सामना करना पङा था। नारायणपाल के बादल लेख से पता…
Read More » - 7 नवम्बरइतिहास
पाल वंश के शासकों का इतिहास
ऐसी अराजकतापूर्ण स्थिति में बंगाल के मुख्य लोगों ने गोपाल को समूचे राज्य का शासक चुना। गोपाल ने एक वंश…
Read More » - सितम्बर- 2019 -27 सितम्बरप्राचीन भारत
हूणों का विनाश कैसे हुआ
राजपूत काल में हूणों का प्रथम उल्लेख गुर्जर-प्रतिहार शासक महेन्द्रपाल प्रथम के समय के ऊणालेख (899 ईस्वी) में मिलता है।…
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