शाकंभरी का चौहान शासक सिंहराज कौन था
शाकंभरी या सांभर के चौहान या चाहमान वंश का शासक सिंहराज एक महान शासक था।
10 वी. शता. के मध्य से प्रतिहारों की शक्ति का हास प्रारंभ हो गया था। पाल वंश का शासक देवपाल (948-950 ईस्वी) पाल वंश का अंतिम महान शासक था।
सिंहराज का इतिहास
देवपाल के राज्यकाल के बाद ही चाहमान नरेश सिंहराज ने प्रतिहारों की अधीनता से मुक्त होने का जोरदार प्रयास किया तथा स्वयं ने महाराजाधिराज की उपाधि धारण कर ली। उसके अधिपति देवपाल अथवा विजयपाल ने अपनी सत्ता पुनः स्वीकृत कराने के उद्देश्य से जो सेना भेजी, उसे सिंहराज ने पराजित किया तथा तोमरवंशी सलवण की हत्या कर उसके कई सहायकों को बंदी बना लिया। उनके बचाव को कोई उपाय न देखकर प्रतिहार सम्राट को स्वयं उसके सम्मुख उपस्थित होकर उनकी मुक्ति के लिये निवेदन करना पङा। हर्ष प्रस्तर लेख में यह विवरण दिया गया है। इससे स्पष्ट संकेत मिलता है, कि चौहान संप्रभु साम्राज्य स्थापित करने की दिशा में तेजी से अग्रसर हो चुके थे तथा प्रतिहार नरेश उन्हें नियंत्रित करने में असमर्थ थे। 10 वी. शता. के अंत तक आते-2 चाहमानों ने प्रतिहार सत्ता का जुआ पूर्णतया उतार फेंका था।
References : 1. पुस्तक- प्राचीन भारत का इतिहास तथा संस्कृति, लेखक- के.सी.श्रीवास्तव
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