धारा
- अप्रैल- 2020 -5 अप्रैलइतिहास
चालुक्य वंश का शासक सोमेश्वर प्रथम
कल्याणी के चालुक्य शासक जयसिंह द्वितीय के बाद उसका पुत्र सोमेश्वर प्रथम 1043 ई. में राजा हुआ। उसने अपनी राजधानी…
Read More » - फरवरी- 2020 -28 फ़रवरीइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल धारा नगरी
मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में स्थित धार अथवा धारा नगरी मालवा के सुप्रसिद्ध परमार शासक भोज की राजधानी थी।…
Read More » - जनवरी- 2020 -10 जनवरीइतिहास
राजपूतों का आर्थिक जीवन कैसी था
मेरुतुंग(Merutung) कृत प्रबंधचिंतामणि ( prabandh chintaamani )में 17 प्रकार के धान्यों का उल्लेख किया गया है। अनेक ग्रंथों से पता…
Read More » - 3 जनवरीइतिहास
सोलंकी वंश के शासक जयसिंह सिद्धराज का इतिहास
जयसिंह सिद्धराज के कई लेख मिले हैं। राज्यारोहण के समय वह कम आयु का था, अतः उसकी माँ ने कुछ…
Read More » - 1 जनवरीइतिहास
सोलंकी वंश के शासक भीमदेव प्रथम का इतिहास
कल्याणी के चालुक्य नरेश सोमेश्वर प्रथम ने भी भोज पर आक्रमण कर उसे पराजित किया, धारा को लूटा तथा माण्डू…
Read More » - दिसम्बर- 2019 -31 दिसम्बरइतिहास
सोलंकी वंश के शासक चामुंडराज का इतिहास
सोलंकी वंश के मूलराज प्रथम का पुत्र चामुण्डराज उसकी मृत्यु के बाद 995 ईस्वी में राजा बना।उसने धारा के परमार…
Read More » - 21 दिसम्बरइतिहास
चंदेल शासक मदनवर्मा का इतिहास
मऊलेख से पता चलता है, कि मदनवर्मा ने ही चेदि तथा परमार राजाओं को परास्त किया तथा काशी के राजा…
Read More » - 16 दिसम्बरइतिहास
परमार वंश के राजनैतिक इतिहास का वर्णन
परमार वंश की स्थापना 10 वीं शता. ईस्वी के प्रथम चरण में उपेन्द्र अथवा कृष्णराज नामक व्यक्ति ने की थी।…
Read More » - 15 दिसम्बरइतिहास
परमार भोज के उत्तराधिकारी तथा परमार सत्ता का अंत
नरवर्मा का उत्तराधिकारी उसका पुत्र यशोवर्मा (1133-1142 ईस्वी) हुआ। उसके समय चालुक्यों के आक्रमण के कारण मालवा की स्थिति काफी…
Read More » - 15 दिसम्बरइतिहास
परमार शासक भोज की सांस्कृतिक उपलब्धियाँ
भोज स्वयं विद्वान था तथा उसकी उपाधि कविराज की थी। उसने ज्योतिष, काव्य शास्र, वास्तु आदि विषयों पर महत्त्वपूर्ण ग्रंथों…
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