RPSC ने असिस्टेंट प्रोफेसर के 918 पदों के लिए नोटिफिकेशन जारी

राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) ने असिस्टेंट प्रोफेसर के वनस्पति विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित, भौतिकी, अंग्रेजी, हिंदी, इतिहास, संगीत, संस्कृत, भूगोल, गृह विज्ञान, उर्दू, कानून, पंजाबी सहित विभिन्न विषयों के लिए कुल 918 पदों पर भर्ती की जायेगी।

UGC- NET समेत 7 एंट्रेंस परीक्षा 6 सितंबर से 4 अक्टूबर के बीच कराई जाएंगी

सभी प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन 6 सितंबर से 4 अक्टूबर के बीच किया जाना है। हालांकि, एजेंसी ICAR AIEEA 2020 प्रवेश परीक्षा की तारीख की जल्द ही घोषणा करेगी। इसके अलावा, एनटीए ने 29 अगस्त को होने वाली AIAGPET परीक्षा स्थगित कर 28 सितंबर को आयोजित करने का फैसला किया है। इन परीक्षाओं के एडमिट कार्ड सभी परीक्षाओं के शुरू होने से 15 दिन पहले जारी किए जाएंगे।

यूजीसी की गाइडलाइन जारी, इस बार सितंबर से शुरू होगा शैक्षणिक सत्र-2020

देश के सभी विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों में परीक्षा और एकेडमिक कैलेंडर 2020 के लिए गाइडलाइन जारी कर दी है। जारी गाइडलाइन के मुताबिक यूनिवर्सिटीज का नया शैक्षणिक सत्र इस बार दो माह की देरी से सितंबर में शुरू होगा।

पीएचडी(Ph.D) क्या होता है और इसकी तैयारी कैसे करें

पीएचडी का मतलब होता है-डाॅक्टर ऑफ फिलोसोफी(Doctor of Philosophy)। पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद में आपको नेट पास करना होता है और फिर आप पीएचडी के लिए प्रवेश परीक्षा दे सकते है। इसमे आपको 3 साल तक किसी विषय पर रिसर्च करनी होती है। इसे 3 साल से 6 साल तक की समय अवधि में पूरी कर सकते हैं। पीएचडी पूरी होने का बाद में आप काॅलेज प्रोफेसर, रिसर्च क्षेत्र में विशेषज्ञ आदि बन सकते हो।

पीएचडी(Ph.D) प्रवेश परीक्षा पैटर्न और सलेब्स

पीएचडी एक डाॅक्टर डिग्री होती है। किसी यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर बनने के लिए या फिर रिसर्च का क्षेत्र चुनने के लिये आप पीएचडी कर सकते हैं। इस डिग्री को करने के बाद आपके नाम के आगे डॉक्टर शब्द लग जाता है। जिस विषय में आप पीएचडी करते हैं, उस विषय का आपको बहुत ज्यादा ज्ञान हो जाता है और उस विषय के आप विशेषज्ञ कहलाते हैं।

UGC NET यूजीसी नेट प्रवेश परीक्षा पैटर्न और सलेब्स

यूजीसी नेट (UGC Net) की परीक्षा एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है। इसकी स्थापना भारत सरकार द्वारा सन 1956 में की गई थी और इसका मुख्यालय दिल्ली है। यह परीक्षा पोस्ट ग्रैजुएट विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय में शिक्षक बनाने की पात्रता देती है। इस परीक्षा में पास होने के बाद परीक्षार्थी पीएचडी करने के साथ-साथ पूरे भारत में किसी भी यूनिवर्सिटी में शिक्षक बनने के योग्य हो जाते हैं।