इतिहासप्राचीन भारतसंवत्
प्रमुख संवत् – बलभी संवत्
बलभी संवत् ( balabhee sanvat )के विषय में अल्बेरूनी के विवरण से सूचना मिलती है। वह लिखता है कि बलभ नामक राजा ने शक – काल के 241 वर्ष के बाद बलभी संवत् का प्रवर्त्तन किया था। इस प्रकार इसकी स्थापना तिथि 78+281=319 ईस्वी निकलती है। यही तिथि गुप्त – संवत् की भी है। अत: दोनों संवत् एक ही प्रतीत होते हैं।
शक कौन थे, इनकी शाखाओं का विवरण।
गुप्त काल के शासकों का तिथिक्रम।
गुप्तयुग (Gupta Age)में गुजरात के शासक गुप्त – संवत् का ही प्रयोग करते थे। लगता है कि गुप्त वंश के पतन के बाद बलभी के राजाओं ने उसी संवत् का नाम बदल कर बलभी – संवत् रख दिया था।
References : 1. पुस्तक- प्राचीन भारत का इतिहास तथा संस्कृति, लेखक- के.सी.श्रीवास्तव
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