संगम युग
- अगस्त- 2020 -4 अगस्त
संगम काल : महत्त्वपूर्ण तथ्य
संगम वस्तुतः एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ सभा होता है। तमिल परंपरा के अनुसार पौराणिक समय से तीन संगम…
Read More » - मई- 2020 -2 मई
संगम काल की संस्कृति
संगमकाल दक्षिण भारत के प्राचीन इतिहास का एक कालखण्ड है। यह कालखण्ड ईसापूर्व तीसरी शताब्दी से लेकर चौथी शताब्दी तक…
Read More » - 1 मई
पाण्ड्य राजवंश का इतिहास
तमिल प्रदेश का तीसरा राज्य पाण्ड्यों का राज्य था, जिसमें प्रारंभ में तिनेवेली, रामनाड तथा मदुरा का क्षेत्र सम्मिलित था।
Read More » - 1 मई
चेर राजवंश का इतिहास
संगम युग का दूसरा प्रमुख राज्य चेरों का राज्य था, जो आधुनिक केरल प्रांत में स्थित था। इसके अंतर्गत कोयम्बटूर…
Read More » - अप्रैल- 2020 -30 अप्रैल
संगम काल का चोल राज्य
संगम युगीन राज्यों में सर्वाधिक शक्तिशाली चोलों का राज्य था। यह पेन्नार तथा दक्षिणी वेल्लारु नदियों के बीच स्थित था।…
Read More » - 30 अप्रैल
जीवकचिन्तामणि की रचना किसने की
जीवकचिन्तामणि नामक ग्रंथ संगमकाल के बहुत बाद की रचना है। इसकी रचना का श्रेय जैन भिक्षु तिरुत्तक्कदेवर को दिया जाता…
Read More » - 29 अप्रैल
शिल्पादिकारम किस भाषा में लिखा गया ग्रंथ है
शिल्पादिकारम एक अद्वितीय रचना है। दुर्भाग्यवश इसके लेखक तथा समय के बारे में निश्चित जानकारी उपलब्ध नहीं है।एक मान्यता के…
Read More » - 29 अप्रैल
मणिमेकलै का लेखक कौन था
शिल्पादिकारम के कुच समय बाद मणिमेकलै नामक ग्रंथ की रचना हुई तथा इस पर शिल्पादिकारम का ही प्रभाव दिखाई देता…
Read More » - 28 अप्रैल
संगम युग – संगम साहित्य-प्रथम संगम,द्वितीय संगम,तृतीय संगम
ऐतिहासिक युग के प्रारंभ में दक्षिण भारत का क्रमबद्ध इतिहास हमें जिस साहित्य से ज्ञात होता है, उसे संगम साहित्य…
Read More » - जून- 2018 -29 जून
संगम साहित्य क्या था
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