प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल चम्पा
बिहार के भागलपुर जिले की भूमि में प्राचीनकाल का अंग महाजनपद था। चम्पा इसी की राजधानी थी। पुराणों में इसका एक नाम मालिनी भी मिलता है। जातक ग्रन्थों से पता चलता है कि यह समृद्धशाली नगरी थी जहाँ अनेक सम्पन्न व्यापारी निवास करते थे। रेशम के वस्त्र बुनने का यह एक महत्वपूर्ण केन्द्र था जहाँ के बने हुए रेशमी वस्त्र दक्षिणी-पूर्वी एशिया के देशों तक पहुँचते थे।यहाँ के व्यापारियों ने हिन्द-चीन में जाकर चम्पा नामक उपनिवेश स्थापित किया था।
जैनग्रन्थ विविधतीर्थकल्प में चम्पा को एक तीर्थ बताया गया है जहाँ तीर्थकर वासुपूज्य का जन्म हुआ था। तीर्थकर महावीर ने भी इस नगर में निवास किया था।
बुद्धकाल में चम्पा ब्रह्मदत्त नामक राजा की राजधानी थी। मगध के राजा बिम्बिसार ने इसे जीत लिया तथा अपने पुत्र को चम्पा का वायसराय बनाया। जैन साहित्य में चम्पा का अज्ञातशत्रु की राजधानी के रूप में भी वर्णन मिलता है। चीनी यात्री हुएनसांग ने भी इस नगर का वर्णन किया है।
References : 1. पुस्तक- प्राचीन भारत का इतिहास तथा संस्कृति, लेखक- के.सी.श्रीवास्तव
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