चालुक्य
- मार्च- 2020 -4 मार्चइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल पट्टडकल
कर्नाटक प्रान्त के बीजापुर जिले में मालप्रभा नदी के तट पर यह बसा हुआ है। 992 ई. के एक लेख…
Read More » - फरवरी- 2020 -9 फ़रवरीइतिहास
राजपूतकालीन संस्कृति का इतिहास
राजपूतकालीन( raajapootakaaleen ) भारत में राजनैतिक तथा सांस्कृतिक दृष्टि से अनेक परिवर्तन दिखाई देते हैं। शासन के क्षेत्र में सामंतवाद(…
Read More » - जनवरी- 2020 -24 जनवरीइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल ऐहोल
कर्नाटक राज्य के बीजापुर जिले में यह स्थान स्थित है। यहाँ से चालुक्य शासक पुलकेशिन् द्वितीय का लेख मिलता है…
Read More » - 8 जनवरीइतिहास
राजपूतों की शासन-व्यवस्था कैसी थी
राजपूतकालीन भारत में राजनैतिक तथा सांस्कृतिक दृष्टि से अनेक परिवर्तन दिखाई देते हैं। शासन के क्षेत्र में सामंतवाद का पूर्ण…
Read More » - 6 जनवरीइतिहास
सोलंकी वंश के शासक भीमदेव द्वितीय का इतिहास
गुजरात के सोलंकी वंश के शासक अजयपाल के बाद मूलराज द्वितीय राजा बना, जो अजयपाल का पुत्र था। उसका शासन…
Read More » - 4 जनवरीइतिहास
सोलंकी वंश के शासक कुमारपाल का इतिहास
गुजरात के सोलंकी शासक जयसिंह के कोई पुत्र नहीं था। अतः उसकी मृत्यु के बाद कुमारपाल राजा बना। विभिन्न स्रोतों…
Read More » - दिसम्बर- 2019 -29 दिसम्बरइतिहास
गुजरात का चालुक्य अथवा सोलंकी वंश
चौलुक्य अथवा सोलंकी अग्निकुल से उत्पन्न राजपूतों में से एक थे। वाडनगर लेख में इस वंश की उत्पत्ति ब्रह्मा के…
Read More » - 25 दिसम्बरइतिहास
डहाल कलचुरि वंश के शासक शंकरगण का इतिहास
डहाल कलचुरि वंश का संस्थापक कोक्कल के 18 पुत्र थे। इनमें उसका सबसे बङा पुत्र शंकरगण उसकी मृत्यु के बाद…
Read More » - 21 दिसम्बरइतिहास
चंदेल शासक मदनवर्मा का इतिहास
मऊलेख से पता चलता है, कि मदनवर्मा ने ही चेदि तथा परमार राजाओं को परास्त किया तथा काशी के राजा…
Read More » - 13 दिसम्बरइतिहास
परमार वंश का पतन क्यों हुआ था
भोज अपने जीवन के अंतिम दिनों में अपने साम्राज्य की रक्षा नहीं कर सका तथा उसे भारी असफलताओं का सामना…
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