जैन धर्म
- जुलाई- 2020 -29 जुलाईजैन धर्म
जैन धर्म : 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ कौन थे
जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ का जन्म वाराणसी में हुआ। इनके पिता का नाम अश्वसेन तथा माता का नाम…
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जैन धर्म का इतिहास
जैन धर्म भारत का सबसे प्राचीन धर्म है। जैन धर्म का अर्थ है- जिन द्वारा प्रवर्तित धर्म। जो जिन के…
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महावीर स्वामी का जीवन परिचय
महावीर स्वामी का जन्म वैशाली के निकट कुण्डग्राम के ज्ञातृक कुल के प्रधान सिद्धार्थ के यहां 540 ई.पू. में हुआ,…
Read More » - 9 जुलाईइतिहास
गुप्त साम्राज्य महत्त्वपूर्ण तथ्य
गुप्त साम्राज्य का संस्थापक श्रीगुप्त था। समुद्रगुप्त ने स्वयं को प्रयाग प्रशस्ति में श्रीगुप्त का प्रपौत्र कहा है।
Read More » - जून- 2020 -30 जूनइतिहास
जैन धर्म की देन
जैन धर्म का प्रभाव भारत में उतना व्यापक नहीं हुआ, जितना कि बौद्धधर्म का तथा यह कुछ ही भागों तक…
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जैन धर्म का प्रचार-प्रसार
महावीर स्वामी के जीवन काल में ही उनके मत का मगध तथा उसके समीपवर्ती क्षेत्रों में व्यापक प्रचार हो गया।…
Read More » - 26 जूनइतिहास
शैव धर्म का उद्भव तथा विकास
शिव से संबंद्ध धर्म को शैव कहा जाता है, जिसमें शिव को इष्टदेव मानकर उनकी उपासना किये जाने का विधान…
Read More » - 10 जूनइतिहास
जैन साहित्य के बारे में जानकारी
जैन साहित्य को आगम (सिद्धांत)कहा जाता है। इसके अंतर्गत 12 अंग, 12 उपांग, 10 प्रकीर्ण, 6 छेदसूत्र, 4 मूलसूत्र, अनुयोग…
Read More » - मई- 2020 -26 मईइतिहास
चोलों की धार्मिक स्थिति कैसी थी
चोल राजाओं के समय में तमिल प्रदेश में शैव तथा वैष्णव धर्मों का बोलबाला रहा। शैव नायनारों तथा वैष्णव आचार्यों…
Read More » - 17 मईइतिहास
चोल शासक राजराज प्रथम
चोल साम्राज्य की महत्ता का वास्तविक संस्थापक परांतक द्वितीय (सुन्दर चोल) का पुत्र अरिमोलवर्मन था, जो 985 ई. के मध्य…
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