पाटलिपुत्र
- जून- 2020 -29 जूनइतिहास
जैन धर्म का प्रचार-प्रसार
महावीर स्वामी के जीवन काल में ही उनके मत का मगध तथा उसके समीपवर्ती क्षेत्रों में व्यापक प्रचार हो गया।…
Read More » - 18 जूनइतिहास
दंडी नामक संस्कृत के महान नाटककार
बाण के बाद दंडी संस्कृत गद्य साहित्य के प्रसिद्ध लेखक माने जाते हैं। वे कांची के पल्लव नरेश नरसिंह वर्मा…
Read More » - 10 जूनइतिहास
जैन साहित्य के बारे में जानकारी
जैन साहित्य को आगम (सिद्धांत)कहा जाता है। इसके अंतर्गत 12 अंग, 12 उपांग, 10 प्रकीर्ण, 6 छेदसूत्र, 4 मूलसूत्र, अनुयोग…
Read More » - मार्च- 2020 -23 मार्चइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल राजगृह
बिहार के पटना के समीप वर्तमान राजगीर नामक स्थान ही राजगृह है। यहाँ मगध जनपद की प्रारम्भिक राजधानी थी। इसका…
Read More » - 7 मार्चइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल पाटलिपुत्र
बिहार की वर्तमान राजधानी पटना का प्राचीन नाम ही पाटलिपुत्र था। यह प्राचीन समय का सर्वप्रमुख नगर था। 5वीं शता.…
Read More » - फरवरी- 2020 -2 फ़रवरीइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल कान्यकुब्ज(कन्नौज)
उत्तर प्रदेश के फर्रूखाबाद जनपद में स्थित कान्यकुब्ज अथवा कन्नौज नामक स्थान प्राचीन भारत का एक अति प्रसिद्ध नगर था।…
Read More » - नवम्बर- 2019 -6 नवम्बरइतिहास
मौर्य राजवंश का इतिहास
चन्द्रगुप्त मौर्य ने 322 ईसा पूर्व में इस साम्राज्य की स्थापना की और तेजी से पश्चिम की तरफ अपना साम्राज्य…
Read More » - सितम्बर- 2019 -27 सितम्बरइतिहास
हूण आक्रमण के भारत पर क्या प्रभाव पङे
हूण आक्रमणों का भारत की आर्थिक दशा पर बुरा प्रभाव पङा। देश की आर्थिक दशा बिगङ गयी। स्कंदगुप्त तथा उसके…
Read More » - 6 सितम्बरइतिहास
गुप्त काल में साहित्य तथा विज्ञान का विकास
हरिषेण सम्राट समुद्रगुपत् का सेनापति एवं विदेश सचिव था। उसकी सुप्रसिद्ध कृति प्रयाग-प्रशस्ति है, जिसे इसमें काव्य कहा गया है।…
Read More » - 6 सितम्बरइतिहास
गुप्तों का आर्थिक जीवन कैसा था
गुप्त युग में व्यापारिक प्रगति हुई। लंबी एवं चौङी सङकों द्वारा प्रमुख नगर जुङे हुये थे। भङौंच, उज्जयिनी, प्रतिष्ठान, विदिशा,…
Read More »