वेद
- जून- 2020 -23 जूनइतिहास
भारतीय संस्कृति में धार्मिक व्यवस्था
भारतीय संस्कृति में धर्म का सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण स्थान रहा है। वास्तव में यदि देखा जाय तो यह भारतीय संस्कृति का…
Read More » - 22 जूनइतिहास
प्राचीन भारतीय शिक्षा तथा साहित्य
प्राचीन भारतीय सभ्यता विश्व की सर्वाधिक रोचक तथा महत्त्वपूर्ण सभ्यताओं में एक है। इस सभ्यता के समुचित ज्ञान के लिये…
Read More » - 8 जूनइतिहास
वेदांग के बारे में जानकारी
वैदिक साहित्य अत्यन्त विशाल तथा कठिन था और इसे समझ सकना सामान्य बुद्धि के परे था। अतः आगे चलकर वेद…
Read More » - 6 जूनइतिहास
वेदों के ब्राह्मण ग्रंथों की जानकारी
संहिता के बाद वैदिक साहित्य में ब्राह्मण ग्रंथों का स्थान आता है। इनकी रचना यज्ञ के विधान तथा उसकी क्रिया…
Read More » - 4 जूनइतिहास
नालंदा विश्वविद्यालय प्राचीनतम विश्वविद्यालय
प्राचीन भारत के शिक्षा केन्द्रों में नालंदा विश्वविद्यालय का नाम सर्वाधिक उल्लेखनीय है। बिहार प्रांत की राजधानी पटना के दक्षिण…
Read More » - 4 जूनइतिहास
प्राचीन काल में शिक्षा पद्धति के दोष
प्राचीन शिक्षा पद्धति की यदि हम आलोचनात्मक समीक्षा करें, तो उसमें गुणों के साथ-साथ कुछ दोष भी दिखाई देते हैं।
Read More » - 1 जूनइतिहास
प्राचीन भारतीय शिक्षा के प्रमुख उद्देश्य
किसी भी प्राचीन ग्रंथ में शिक्षा के उद्देश्यों का आधुनिक शिक्षा सिद्धांत के अनुसार वर्णन नहीं प्राप्त होता है। तथापि…
Read More » - मई- 2020 -26 मईइतिहास
चोलों की धार्मिक स्थिति कैसी थी
चोल राजाओं के समय में तमिल प्रदेश में शैव तथा वैष्णव धर्मों का बोलबाला रहा। शैव नायनारों तथा वैष्णव आचार्यों…
Read More » - 11 मईइतिहास
पल्लव शासकों का धार्मिक जीवन
पल्लव राजाओं का शासन काल दक्षिण भारत के इतिहास में ब्राह्मण धर्म की उन्नति का काल रहा। इस काल के…
Read More » - 9 मईइतिहास
पल्लव वंश के शासक नृपतुङ्ग का इतिहास
कांञ्ची के पल्लव वंश के शासक नंदिवर्मन तृतीय का पुत्र नृपतुङ्ग था। जो 869-880ई. तक शासक रहा।
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