हुएनसांग
- अक्टूबर- 2019 -25 अक्टूबरइतिहास
हर्ष के समय में सामाजिक जीवन
ब्राह्मण जन्मन्ना श्रेष्ठता का दावा करते थे, कर्मणा नहीं। हर्षचरित में एक स्थान पर कहा गया है, केवल जो जन्म…
Read More » - 25 अक्टूबरइतिहास
हर्ष के समय में आर्थिक दशा
कश्मीर से होकर मध्य एशिया तथा चीन तक पहुँचा जाता था। पूर्वी भारत में ताम्रलिप्ति तथा पश्चिमी भारत में भङौंच…
Read More » - 24 अक्टूबरप्राचीन भारत
हर्ष के समय धर्म तथा धार्मिक जीवन
उसने बौद्ध विहार एवं स्तूप भी निर्मित करवाये थे। हर्ष बौद्ध भिक्षुओं एवं श्रमणों का सम्मान करता तथा समय-2 पर…
Read More » - 24 अक्टूबरइतिहास
हर्ष की प्रशासन व्यवस्था कैसी थी
बंसखेङा तथा मधुबन के दानपत्रों में हर्ष अपनी प्रजावत्सल भावनाओं को इस प्रकार व्यक्त करता है -
Read More » - 23 अक्टूबरप्राचीन भारत
हर्षकालीन संस्कृति का इतिहास
हर्ष के समय में भी शासन व्यवस्था का स्वरूप राजतंत्रात्मक था। राजा अपनी दैवी उत्पत्ति में विश्वास करता था। वह…
Read More » - 23 अक्टूबरइतिहास
वर्धन वंश के शासक हर्षवर्धन का साम्राज्य विस्तार
कुछ विद्वान हर्ष का साम्राज्य विस्तार उत्तर में हिमालय से लेकर दक्षिण में विन्ध्यपर्वत तक तथा पूर्व में कामरूप से…
Read More » - 16 अक्टूबरइतिहास
पुलकेशिन द्वितीय तथा हर्ष के मध्य युद्ध का विवरण
पुलकेशिन द्वितीय का एहोल अभिलेख जिसके अनुसार अपार ऐश्वर्य द्वारा पालित सामंतों की मुकुट की आभा से आच्छादित हो रहे…
Read More » - 16 अक्टूबरइतिहास
हर्षवर्धन का सिंध के साथ युद्ध
हुएनसांग के विवरण से पता चलता है, कि सिंध देश का राजा जाति से शूद्र था और बौद्ध धर्म में…
Read More » - 16 अक्टूबरइतिहास
हर्षवर्धन तथा कामरूप का देश
भास्करवर्मा ने कहला भेजा कि वह चीनी यात्री के बदले अपना सिर देना पसंद करेगा। इस पर हर्ष क्रोधित हुआ…
Read More » - 14 अक्टूबरइतिहास
वर्धन वंश का नरेश राज्यवर्धन
उसने सिंहासन ग्रहण किया और हर्ष को संबोधित किया कि - "आज मैं मालवा राजवंश का विनाश करने जाता हूँ।…
Read More »
- 1
- 2