इतिहासकल्याणी का चालुक्य वंशदक्षिण भारतप्राचीन भारत

विक्रमादित्य पंचम कल्याणी के चालुक्य वंश का शासक था

कल्याणी के चालुक्य शासक सत्याश्रय ने 1008 ई. तक राज्य किया। उसके कोई पुत्र नहीं था। अतः उसके बाद उसका भतीजा विक्रमादित्य पंचम राजा बना। वह दशवर्मा का बङा पुत्र था। लेखों से उसकी किसी भी उपलब्धि की सूचना हमें नहीं मिलती है। कैथोम लेख में उसे यशस्वी तथा दानशील शासक बताया गया है। उसने 1015 ई. तक राज्य किया था।उसके समय में मालवा के परमारों के साथ चालुक्यों का पुनः संघर्ष हुआ,और वाकपतिराज मुञ्ज की पराजय व हत्या का प्रतिशोध करने के लिए परमार राजा भोज ने चालुक्य राज्य पर आक्रमण कर उसे परास्त किया।पर बाद में राजा भोज ने भी विक्रमादित्य पंचम से पराजय का मुँह देखा था।अभिलेखों में इसके ‘वल्लभवनरेन्द्र‘ तथा ‘त्रिभुवनमल्ल‘ आदि विरुद्वों का उल्लेख मिलता है।

मालवा के परमार राजा भोज का इतिहास

References:
1. पुस्तक- प्राचीन भारत का इतिहास तथा संस्कृति, लेखक-के.सी.श्रीवास्तव
2. पुस्तक- प्राचीन भारत का इतिहास, लेखक-वी.डी.महाजन

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