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जापान में औद्योगिक विकास

जापान में औद्योगिक विकास

जापान में औद्योगिक विकास
  • जापान में औद्योगिक विकास की शुरुआत 1868 में मेइजी शासन की पुनर्स्थापना के बाद शुरू हुई जिसमें पश्चिमी देशों से भिन्नता के गुण मौजूद थे।
जापान में औद्योगिक विकास
  • पश्चिमी देशों में औद्योगिक क्रांति की शुरूआत में निजी कंपनियों की प्रमुख भूमिका थी, जबकि जापान के औद्योगीकरण में राज्य की भूमिका केंद्र में रही। सरकार ने भारी मात्रा में विदेशों से ऋण लेकर उद्योगों का विकास किया तथा बाद में उन्हें निजी कंपनियों को सौंप दिया। इस प्रकार जापान में औद्योगिक पूंजी का स्वतंत्र रूप से विकास नहीं हुआ क्योंकि निजी उद्यमियों का संबंध बैंकिंग घराने से था इसलिये नए औद्योगिक वर्ग का उदय यहाँ नहीं हुआ।
  • इसके अतिरिक्त पश्चिमी औद्योगिक क्रांति के पीछे उपभोक्ता वस्तुओं का उत्पादन एक प्रमुख कारक था जबकि जापान में औद्योगीकरण की प्रक्रिया युद्ध उपकरणों के निर्माण की आवश्यकता से प्रेरित थी।
  • पश्चिमी औद्योगिक क्रांति जहाँ एक सहज प्रक्रिया का परिणाम थी, वही जापान में इन परिस्थितियों का अभाव था। जापान का संपर्क बाहरी दुनिया से देर से स्थापित होने के कारण अन्य देशों के मुकाबले उसके माल की मांग का सृजन भी देर से हुआं
  • इसके अतिरिक्त क्योंकि जापान में औद्योगिक क्षेत्र से जुड़े मध्यम वर्ग का उदय नहीं हुआ जिसने राज्य की निरंकुशता पर नियंत्रण करने का प्रयास किया हो ऐसे में राज्य के अंतर्गत ही औद्योगिक पूंजीवाद का विकास हुआ।

जापानी लोग यह अनुभव करने लगे थे, कि व्यवसाय के क्षेत्र में वे पाश्चात्य देशों की तुलना में बहुत पिछङे हुये हैं, और जब तक वे पर्याप्त आर्थिक विकास नहीं कर लेते तब तक पश्चिमी राज्यों का मुकाबला नहीं कर सकेंगे। अतः उन्होंने बङी तेजी से पाश्चात्य व्यावसायिक संगठन को अपनाना आरंभ कर दिया। जापान की सरकार ने भी औद्योगिक विकास की ओर पर्याप्त ध्यान दिया।

यूरोप तथा अमेरिका से मशीनें मँगवाई गयी और जापान में शीघ्र ही नए-नए कारखाने स्थापित किये गये। 1870 ई. में जापान में उद्योग मंत्रालय स्थापित किया गया, जिसने सरकारी उद्योग स्थापित किए तथा निजी उद्योगों की सहायता की। 1871 ई. में मशीन के पुर्जे और सामान बनाने का कारखाना, 1875 ई. में सीमेण्ट का कारखाना, 1876 ई. में काँच का कारखाना और 1878 ई. में सबसे पहले कपङे का कारखाना स्थापित हुआ।

सातसूमा की ओर से ओसाका में एक और कपङे का कारखाना खोला गया। 1872 ई. में इसे सरकार ने अपने नियंत्रण में ले लिया और 1881 ई. व 1882 ई. में दो और कारखाने स्थापित कर दिये गये। सूत के साथ-साथ रेशम के कारोबार में भी वृद्धि हुई। 1870 ई. में होन्शू में सर्वप्रथम रेशम लपेटने की मशीन लगाई गयी। ओनो परिवार ने टोकियो में 1860 ई. में इसी किस्म का कारखाना लगाया और 1872 – 73 ई. में सात और ऐसे कारखाने लगाए गये।

इस प्रकार कुछ ही वर्षों में जापान में औद्योगिक क्रांति हो गयी और जापान कल कारखानों का देश हो गया। सरकार ने ऐसे व्यवसायों के विकास पर भी ध्यान दिया, जो सैनिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण थे। इसलिये जापान में खानें खोदी गयी, लोहा-इस्पात के व्यवसाय को उन्नत किया गया तथा युद्ध सामग्री के उत्पादन हेतु कारखाने स्थापित किये गये।

वाष्प शक्ति के विकास पर बल दिया गया तथा 1890 ई. तक जापान के अधिकांश कारखाने वाष्प शक्ति से संचालित होने लगे। कुछ ही वर्षों में जापान ने इतनी औद्योगिक उन्नति कर ली कि वह यूरोप के किसी भी देश का मुकाबला कर सकता था।

निष्कर्षत उपरोक्त बिंदुओं से यह समझा जा सकता है कि जापान की औद्योगिक क्रांति बिंदुओं के पश्चिमी औद्योगिक क्रांति से भिन्न थी।

जापान के औद्योगिक प्रदेश
जापान में औद्योगिक विकास

जापान में उद्योगों का विकास सबसे बड़ी जनसंख्या वाले क्षेत्र में ही हुआ था। यहां सस्ते मजदूर और बाजार दोनों की प्रचुरता थी। इस क्षेत्र में कोयला रेशम और जलविद्युत शक्ति भी उपलब्ध थी तथा यहीं पर जापान के अधिकांश बड़े बंदरगाह स्थित थे, जिनसे अंतरराष्ट्रीय व्यापार की सुविधा प्राप्त थी और आज भी है।

  • जापान का मुख्य औद्योगिक द्वीप होंशु है इस देश के द्वीप के दक्षिण में समस्त औद्योगिक प्रदेश स्थित है
  • टोक्यो याकोहामा जापान का सबसे बड़ा औद्योगिक प्रदेश है यहां भारी उद्योगों की स्थापना अधिक की गई है
  • नगोया औद्योगिक प्रदेश जापान का तीसरा महत्वपूर्ण औद्योगिक प्रदेश है यहां राष्ट्रीय उत्पादन का 10% औद्योगिक उत्पादन होता है यहां पर देश का 60% ऊनी वस्त्र निर्मित होता है
  • कोबे ओसाका औद्योगिक प्रदेश जापान का सबसे पुराना औद्योगिक प्रदेश है इस क्षेत्र को जापान का मैनचेस्टर भी कहा जाता है
  • ओसाका में देश का 26% लोहा इस्पात 25% धातु 21.8% मशीनीकरण तथा 20% वस्त्र निर्माण किया जाता है
  • क्योटो बिवाको क्षेत्र जापान का सर्वाधिक रेशम वस्त्र निर्माण करने वाला क्षेत्र है यह कच्चा रेशम अधिक उत्पन्न होता है
  • ओसाका क्षेत्र मिट्टी के बर्तन शराब विद्युत उपकरण रसायन जलयान निर्माण साबुन ब्रूस ईट धातु सीमेंट शक्कर रबड़ इस्पात साइकिल आदि के लिए भी प्रसिद्ध है
  • नागासाकी मौजी औद्योगिक प्रदेश से जापान का 5% इस इस्पात 75% ढला लोहा प्राप्त होता है यहां अन्य उद्योगों में भारी वस्तुएं रसायन कागज सीमेंट मुख्य है
  • फुकुई-इशिकावा क्षेत्र में रेशमी वस्त्र कृत्रिम रेशम सूती रेशमी धागा और वस्त्र सीमेंट धातु शोधन के उद्योग स्थापित है
  • कानाजावा में संसार का सबसे बड़ा मार्का जीप बनाने की कारखाना है
  • हिरोशिमा कुरे फुकुयामा औद्योगिक क्षेत्र में रासायनिक उद्योग तांबा शोधन लकड़ी के उद्योग तथा कागज संबंधित उद्योग के केंद्र है
  • उत्तरी शिकोकू औद्योगिक क्षेत्र में रासायनिक उर्वरक सीमेंट लोहा इस्पात तथा रेशमी वस्त्र उद्योग स्थापित है
  • हेकोडेट क्षेत्र में लकड़ी से लुगदी कागज बनाने फलो को डिब्बे में बंद करने शराब बनाने रसायनिक खाद सीमेंट एवं मशीनें बनाने संबंधी उद्योग की स्थापना है
1. पुस्तक- आधुनिक विश्व का इतिहास (1500-1945ई.), लेखक - कालूराम शर्मा

Online References
Wikipedia : जापान में औद्योगिक विकास

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